Secured Vs Unsecured Loans: आपके लिए कौन सा है फायदेमंद?

Unsecured & Secured Loans : जिन कर्ज में कोलैट्रल देना होता है, वे सुरक्षित ऋण होते हैं. वहीं, असुरक्षित कर्ज में कोलैट्रल जैसी कोई चीज नहीं होती.

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आपातकालीन स्थिति या अचानक बड़ा खर्च सिर पर आने जैसे हालात में लोन बड़ी वित्तीय राहत देते हैं. ये सुरक्षित और असुरक्षित, दो तरह के हो सकते हैं.
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जिस कर्ज में घर, सोना जैसी संपत्तियों को कोलैट्रल या सुरक्षा के रूप में गिरवी रखा जाता है, उसे सिक्योर्ड लोन कहते हैं. यह कर्ज देने और लेने वाले, दोनों के लिए अच्छा विकल्प होता है.
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LIC, ICICI प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी और बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस कंपनी उन तीन इन्वेस्टर्स में हैं जिन्होंने BoI के QIP इश्यू को 5 फीसदी से ज्यादा सब्सक्राइब किया है.
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अगर आपकी जेब गैर-जरूरी सामान को मंजूरी देती है तो उन चीजों पर पैसा खर्च करें
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सुरक्षित ऋण में क्रेडिट रिस्क कम होने की वजह से उधार के मापदंडों में ढील मिलती है. ऐसे कर्ज का इंटरेस्ट रेट भी कुछ कम होता है.
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बैंक ऐसी ईएमआई पर 22 फीसदी का वार्षिक ब्याज लेता है
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लोगों को घर खरीदने के लिए लोन लेने की जरूरत होती है. होम लोन का टेन्योर 25 साल तक हो सकता है.
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कर्ज लेने वाला अगर कोलैट्रल के साथ सुरक्षित ऋण लेने जाता है, तो उसे आसानी से अप्रूव कर दिया जाता है. नियम और शर्तों में भी ढील मिलती है. असुरक्षित ऋण में ऐसे लाभ नहीं मिलते.
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कर्ज मांग रहे शख्स को कई बार क्रेडिट स्कोर खराब होने की वजह से लोन मिलने में दिक्कत हो सकती है. ऐसे लोगों को ठीकठाक कोलैट्रल ऑफर करने पर ही कर्ज मिल सकता है.
Published - August 6, 2021, 07:22 IST