भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने योनो (Yono) और योनो लाइट (Yono Lite) डिजिटल बैंकिंग सिस्टम में ‘सिम बाइंडिंग’ (SIM Binding) नाम का नया सिक्योरिटी फीचर जोड़ा है. कॉन्टैक्टलेस बैंकिंग की बढ़ती लोकप्रियता के बीच ये नई सुविधा बैंकिंग सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. ये सुविधा एसबीआई ग्राहकों को किसी भी डिजिटल धोखाधड़ी से बचाने के लिए तैयार की गई है. नए सिम बाइंडिंग फीचर के साथ योनो और योनो लाइट दोनों ही सिर्फ उन डिवाइस पर काम करेंगे, जिनमें वो सिम कार्ड हो जिसका मोबाइल नंबर बैंक के साथ रजिस्टर्ड है. सभी उपयोगकर्ताओं को अपने एसबीआई योनो और योनो लाइट ऐप को नए वर्जन (5.3.48) में अपग्रेड करना होगा, ताकि वे बिना किसी रोक-टोक के नई सुविधा का फायदा ले सकें.
राणा आशुतोष कुमार सिंह, डीएमडी (स्ट्रैटजी) और मुख्य डिजिटल अधिकारी ने एसबीआई के हवाले से कहा, ‘हमें एसबीआई के दो सबसे लोकप्रिय प्लेटफॉर्म, यानी योनो और योनो लाइट में सिम बाइंडिंग फीचर लॉन्च करने की खुशी है. इस नई सुविधा के तहत हमारा उद्देश्य सभी ग्राहकों को बेहतर सुरक्षा देने के साथ-साथ उन्हें सुविधाजनक और सुरक्षित ऑनलाइन बैंकिंग का अनुभव देना भी है. हम एसबीआई में हमेशा ग्राहकों को उनके घरों से डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का फायदा उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और योनो और योनो लाइट के वन-स्टॉप बैंकिंग (one-stop banking) और लाइफस्टाइल सल्यूशंस (lifestyle solutions) के इस्तेमाल की सलाह देते हैं.’
क्या है ‘One Mobile Device–One User–One RMN’?
सिम बाइंडिंग फीचर दरअसल एसबीआई ऐप के जरिए बैंकिंग लेनदेन में ‘वन मोबाइल डिवाइस-वन यूजर-वन आरएमएन (पंजीकृत मोबाइल नंबर)’ नियम के तहत काम करता है. रेलवे बुकिंग के लिए आईआरसीटीसी (IRCTC) भी इसी डिजिटल मॉडल को फोलो करती है, जहां एक उपयोगकर्ता केवल एक पंजीकृत मोबाइल नंबर के जरिए वेबसाइट को एक्सेस कर सकता है. तो एसबीआई ग्राहकों के लिए इसका क्या मतलब है?
अगर आप एक अपंजीकृत (unregistered) मोबाइल नंबर (जो बैंक से लिंक नहीं है) का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आप योनो या योनो लाइट पर पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पाएंगे. हालांकि, नई सिम बाइंडिंग सुविधा दो अलग ग्राहकों को एक डुअल सिम फोन में अलग-अलग योनो और योनो लाइट इस्तेमाल करने की इजाजत देती है, बशर्ते दोनों उपयोगकर्ताओं के आरएमएन के सिम डिवाइस में डाले गए हों.
इसे कैसे एक्सेस करें?
योनो और योनो लाइट के लेटेस्ट वर्जन को इस्तेमाल करने के लिए उपयोगकर्ताओं को अपने मोबाइल ऐप को अपडेट करना होगा और इन दोनों ऐप पर वन टाइम रजिस्ट्रेशन प्रोसेस को पूरा करना होगा.
पंजीकरण प्रक्रिया में बैंक के साथ आपके पंजीकृत सिम का सत्यापन शामिल होगा.
उपयोगकर्ताओं को उस डिवाइस के साथ खुद को पंजीकृत करना सुनिश्चित करना होगा जिसमें पंजीकृत संपर्क नंबर की सिम हो.
डिजिटलीकरण की तरफ बढ़ते कदम
एसबीआई के इंटिग्रेटेड डिजिटल और लाइफस्टाइल प्लेटफॉर्म, योनो में 3.7 करोड़ रजिस्टर्ड यूजर्स हैं. कंपनी के मुताबिक, ऐप पर प्रति दिन 90 लाख लॉगिन देखे जा सकते हैं. बैंक ने देशभर में डिजिटलीकरण को लोकप्रिय बनाने पर गंभीरता से ध्यान देना शुरू किया है. रिपोर्टों के मुताबिक, मार्च 2021 को खत्म हुए क्वार्टर में योनो के जरिए लगभग 20 लाख खाते खोले गए थे.
जब बात पूरी तरह से डिजिटल लेंडिग की हो तो यहां भी देश के इस सबसे बड़े बैंक ने पिछले क्वार्टर में अपने मोबाइल ऐप के जरिए 5,300 करोड़ रुपये से ज्यादा का पर्सन्ल लोन दिया है.