भारत में UPI के जरिए हो रहे लेन-देन में डबव डिजिट में बढ़ोतरी देखी जा रही है. खास तौर पर कोविड-19 महामारी के दौर में लोगों ने कॉन्टेक्टलेस पेमेंट की ओर रुझान किया है जिसमें UPI ने अहम भूमिका निभाई है. ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपीआई की मदद से होने वाला डिजिटल लेन-देन इस साल जून में मासिक आधार पर 11.6 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5.47 लाख करोड़ रुपये हो गया. बृहस्पतिवार को एनसीपीआई (NCPI) द्वारा जारी आकंड़े में यह जानकारी दी गयी. मई, 2021 में यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए 4.91 लाख करोड़ रुपये का लेन-दन हुआ था.
संख्या के लिहाज से जून, 2021 में करीब 2.80 अरब (280 करोड़) लेन-देन हुए जबकि मई में यह संख्या 2.53 अरब (253 करोड़) थी.
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NCPI) देश में खुदरा भुगतान एवं निपटान प्रणालियों के कामकाज के लिए एक समग्र संगठन है. यह रिजर्व बैंक और इंडियन बैंक्स एसोसियेशन (IBA) की एक पहल है जिसका उद्देश्य भारत में एक मजबूत भुगतान एवं निपटान ढांचे का निर्माण करना है.
एनपीसीआई का यूनीफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) कई बैंक खातों को एक अकेले मोबाइल ऐप्लेकिशन से जोड़कर वित्तीय लेन-देन में मदद करता है.
पेटिएम, गूगलपे, फोनपे, भारतपे, अमेजॉन पे जैसे कई फिनटेक हैं जो इस UPI के जरिए लोगों को कॉन्टेक्टलेस पेमेंट और पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दे रहे हैं.
(PTI इनपुट के साथ)