हर कोई चाहता है कि जिंदगी भर कड़ी मेहनत करने के साथ-साथ कम से कम सेवानिवृत्ति के लिए इतनी बचत जरुर की जाए, ताकि वक्त पड़ने पर आपका पैसा आपके काम आए. रिटायरमेंट के बाद आपका उद्देश्य अपनी जीवन भर की पूंजी को संभाल कर रखना हो जाता है और यह सुनिश्चित करना भी कि आपकी जरूरतों को पूरा करने के लिए आपके पास पर्याप्त मात्रा में आय बनी रहे. सबसे बड़ी बात कि आपकी कमाई गई रकम सुरक्षित रहे.
वरिष्ठ नागरिक वो हैं, जो 60 से 80 साल की उम्र के बीच हैं, जबकि सुपर सीनियर सिटिजन 80 से ज्यादा साल की उम्र के लोग माने जाते हैं. इन दोनों ही स्थितियों में आपको कर लाभ मिलता है. संदीप भोसले, वीपी- कस्टमर इंटरेक्शन, क्वांटम एएमसी (Quantum AMC ) कहते हैं, “वरिष्ठ नागरिकों के मामले में सरकार द्वारा दी गई अलग अलग स्कीम्स को टैक्स की योजना बनाते समय जरूर ध्यान में रखने की जरूरत है. इस उम्र में हो सकता है कि आप कमाई ना कर रहे हों लेकिन यहां आपका बचाया हुआ सारा पैसा आपकी कमाई होती है. इसलिए बचत करते वक्त आप एक पेशेवर सलाह जरूर लें”.
केस स्टडीज
व्यवसायिक सलाहकार और पेशे से मेंटोर, 59 वर्षीय हरि शाही का काम इस बदलते दौर में खुद को स्थापित करना, अपने आसपास बदलाव लाना, लोगों की मदद करना और अपने परिवार और खुद की देखभाल करना है. जब टैक्स प्लानिंग की बात आती है तो उन्होंने कर बचाने के लिए अपने दूसरे निवेशों के साथ पीपीएफ(PPF), एनएससी(NSC) और बीमा पॉलिसियों में भी अपना पैसा निवेश किया है.
शाही का मानना है कि टैक्स सेविंग इंस्ट्रूमेंट्स में मिलने वाले फायदे लंबे समय में एक बढिया पेंशन स्कीम की तरह ही काम करते हैं. शाही कहते हैं, “टैक्स प्लानिंग बेहद जरूरी है, ताकि कर आपको बोझ की तरह ना लगने लगे. मैंने वित्तीय योजना देर से शुरू की, जिससे बाजार में फाइनेंशियल थ्रेट्स को समझना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो गया था. शाही ने म्यूचुअल फंड में भी निवेश किया है और वो इसे निवेश करने के लिए एक बेहतरीन तरीका मानते हैं. ये तरीका सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIPs) के जरिए छोटे निवेश करने की आजादी देता है और इसमें लॉक-इन पीरियड(lock-in period) भी कम है.
सेवानिवृत्त 62 वर्षीय होम्यार लिंबुवाला का मानना है कि जब कर-बचत के तरीकों की बात आती है, तो आपको योजना बनानी ही होगी, ताकि सेवानिवृत्ति के दौरान आपकी आय प्रभावित या कम न हो. लिंबुवाला कहते हैं, “मेरे लिए निवेश एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है. सेवानिवृत्ति के बाद मैंने पीरियोडिट इंट्रेस्ट(periodic interest) पाने के लिए एक वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) में निवेश किया है”. ये शादीशुदा होने के साथ दो बच्चों के पिता हैं और इन्हें नई जगहों की यात्रा करने का काफी शौक है.
दूसरी तरफ, अल्ट्रा-टेक सीमेंट(Ultra-Tech Cement) के एजीएम, 60 वर्षीय राजीव श्रीवास्तव जिन्हें पढ़ने, लिखने और यात्रा करने का शौक है, का मानना है कि सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें जो पैसा मिलेगा, उस पूंजी को वे निवेश करना चाहेंगे, ताकि एक तनाव मुक्त सेवानिवृत्त जीवन जिया जा सके.साथ ही इससे उन्हें अपने शौक को भी जारी रखने के लिए काफी समय मिलेगा.
श्रीवास्तव कहते हैं, “सेवानिवृत्ति के बाद के लिए टैक्स प्लानिंग बहुत जरूरी है, क्योंकि आप जो निवेश करते हैं, वही आय का एकमात्र स्रोत बन जाता है. निवेश किए गए पैसे से ही आपको अपने रोजमर्रा के खर्चों, चिकित्सा पर होने वाले व्यय और दूसरे जरूरी खर्चों को पूरा करने में मदद मिलती है. इसलिए कम उम्र में अपनी सेवानिवृत्ति की योजना बनाना बहुत जरूरी है ”.
सेवानिवृत्ति की योजना बनाते समय उनकी सबसे बड़ी चुनौती अलग अलग कर बचत नीतियों में निवेश करने के बाद रोजमर्रा के खर्च के लिए संतुलन बनाए रखना है. इसलिए उन्होंने एसआईपी(SIP) में निवेश किया है और ये मानते हैं कि मैच्योरिटी के बाद एसआईपी एफडी से बेहतर होती है क्योंकि एसआईपी में आपको कर लाभ भी मिलता है.
विचार करने योग्य बातें
कर बचत को ध्यान में रखते हुए प्लान किया गया चिकित्सा बीमा एक अच्छा फैसला है. किसी भी तरह की मेडिकल इमरजेंसी एक आदमी की वित्तीय सुरक्षा को छिन्न-भिन्न कर सकती है.
अगर कोई धारा 80DDB के तहत किसी बीमारी का इलाज कर रहा है तो चिकित्सा व्यय के लिए 1,00,000 रुपये तक की कटौती उपलब्ध होगी. वरिष्ठ नागरिक (आयु 60 या अधिक) और बहुत वरिष्ठ नागरिक (आयु 80 या अधिक) सामान्य करदाताओं की तुलना में ज्यादा बुनियादी छूट सीमा के पात्र हैं. टैक्स2विन डॉट इन (Tax2win.in) के सह-संस्थापक और सीईओ अभिषेक सोनी कहते हैं कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए मूल छूट सीमा रु. 3 लाख और बहुत वरिष्ठ नागरिकों के लिए ये सीमा 5 लाख रुपये है.
हालांकि, वरिष्ठ नागरिकों के लिए बेहतर गारंटी वाले रिटर्न और कर बचत निवेश प्रोडक्ट मौजूद हैं. इसके अलावा फिक्स्ड डिपोजिट(fixed deposits), पोस्ट(posts) और इसी तरह के कई प्रोडक्ट्स पर ब्याज में कटौती का दावा किया जा सकता है.
आज वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयकर कानून के तहत कई कर लाभ मौजूद हैं, इसलिए उनके करों की योजना बनाते समय कुछ खास बातों को ध्यान में रखा जाना चाहिए. धारा 80सी के तहत छूट पाने के लिए वरिष्ठ नागरिक 5 साल के लिए फिक्स्ड डिपोजिट में निवेश कर सकते हैं. साथ ही, वरिष्ठ नागरिकों को धारा 80 टीटीबी(80 TTB) के तहत 50,000 रुपये तक की एफडी पर ब्याज की उच्च कटौती उपलब्ध होगी.
व्यावसायिक आय नहीं होने पर वरिष्ठ नागरिकों को अग्रिम करों से भी छूट दी गई है. ये वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में निवेश कर सकते हैं और धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक की कटौती पा सकते हैं. इसके अलावा ये चिकित्सा व्यय से भी लाभ उठा सकते हैं.