Small Finance Bank: इन्वेस्टमेंट के लिहाज से FD सेफ और आसान है लेकिन अर्थव्यवस्था की स्थिति कमजोर हो तो इस पर इंटरेस्ट भी कम मिलने लगता है. कुछ मामलों में जहां इन्वेस्टर्स हाई टैक्स ब्रैकेट में होता है वहां रियल इंटरेस्ट रेट भी नेगेटिव हो सकता है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल भी यही है कि आखिर विकल्प क्या है? म्यूचुअल फंड और इक्विटी विकल्प हो सकते हैं लेकिन, अगर आप कंजर्वेटिव इन्वेस्टर हैं तो आपको स्मॉल फाइनेंस बैंक (Small Finance Bank) की FD स्कीम की ओर जाना चाहिए. यहां 3-5 वर्ष की अवधि के लिए 6.75% तक का इंटरेस्ट रेट पा सकते हैं.
Bankbazaar.com के अनुसार जन स्मॉल फाइनेंस बैंक, सर्वोदय स्मॉल फाइनेंस बैंक और उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक 3-5 साल के लिए FD पर 6.75 फीसदी तक का इंटरेस्ट दे रहे हैं. 2-3 साल की छोटी अवधि की FD पर यह इंटरेस्ट रेट 6.25-6.75% तक इन्हीं बैंकों के जरिए दिया जा रहा है. इनके अलावा, एसबीआई (SBI) की बात करें तो 3-5 साल के लिए FD पर 5.30% तक का इंटरेस्ट दिया जा रहा है.
स्मॉल फाइनेंस बैंक – SFB या Small Finance Bank आपको मौजूदा रिस्क रेट से ज्यादा इंटरेस्ट देते हैं तो पहले इसके अंतर को और फिर कारणों को समझना होगा. स्मॉल फाइनेंस बैंकों (Small Finance Bank) को सीधे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा नियंत्रित किया जाता है. कुछ बैंक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए ज्यादा ब्याज ऑफर करते हैं ताकि उनका सालाना अच्छा खासा लेनदेन दिखाई दे.
याद रखना चाहिए कि स्मॉल फाइनेंस बैंकों के साथ सभी दूसरे बैंक में जमा रकम डिपोजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) इंश्योरेंस प्रोग्राम में आती है जिसका मतलब है कि 5 लाख रुपये तक की राशि इंश्योरेंस के तहत सुरक्षित है.
मान लीजिए कोई स्मॉल फाइनेंस बैंक (Small Finance Bank) नुकसान में हो तो आपकी राशि की देनदारी DICGC पर होगी. चूंकि 5 लाख रुपये से अधिक की राशि इसमें शामिल नहीं होती. इसलिए छोटे बैंक के साथ अधिकतम 5 लाख रुपये ही इन्वेस्ट करना सुरक्षित रहेगा.
यह नियम सभी FD और बैंक खाताधारकों पर लागू होता है जो कि सिंगल नाम पर हैं. अगर आपके पास 7-7 लाख रुपये की दो FD हैं तो इन 14 में से केवल 5 लाख रुपये ही इंश्योरेंस स्कीम के तहत सुरक्षित रहेंगे. इसमें इंटरेस्ट भी शामिल है.