SBI ग्राहकों को राहत, बैंक ने बढ़ाई कैश विद्ड्रॉल की सीमा

SBI Withdrawal Limit: भारतीय अब पिछले 10 साल के मुकाबले ज्यादा कैश स्टोर कर रहे हैं. लॉकडाउन जैसी परीस्थिति में अचानक मेडिकल इमरजेंसी के लिए बाहर जाकर कैश निकालना मुश्किल हो सकता है.

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SBI ने ग्राहकों को दी सलाह, जल्द पैन को आधार से करें लिंक

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महामारी के दौरान स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने कैश विद्ड्रॉल के लेकर ग्राहकों की राहत का ऐलान किया है. देश के सबसे बड़े बैंक ने कुछ समय के लिए नॉन-होम ब्रांच से कैश निकालने की ऊपरी सीमा बढ़ा दी है.

बैंक ने नॉन-होम ब्रांच से थर्ड पार्टी को भी  कैश निकालने की सुविधा देनी शुरू कर दी है. ये सुविधा बैंक की सभी शाखाओं पर मिलेगी.

कितनी बढ़ी लिमिट

SBI ने नॉन-होम ब्रांच में चेक के जरिए कैश निकालने की ऊपरी सीमा बढ़ाकर दोगुनी कर दी है. पहले एक दिन में 50 हजार रुपये निकालने की सीमा थी जबकि अब इसे बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया है.

खुद के लिए विद्ड्रॉल फॉर्म भरकर कैश निकालने की सीमा में भी 5 गुना की बढ़ोतरी की गई है. सेविंग्स खाते की पासबुक के साथ कैश विद्ड्रॉल फॉर्म के जरिए अब 25,000 रुपये प्रति दिन निकाले जा सकते हैं जबकि पहले ये 5,000 रुपये प्रति दिन थी.

ये बदलाव होम और नॉन-होम, सभी ब्रांच में लागू होगा.

वहीं, इससे पहले थर्ड पार्टी कैश विद्ड्रॉल को भी मंजूरी दे दी गई है और चेक के जरिए अब 50 हजार रुपये प्रति माह निकालने जा सकते हैं.

सितंबर तक लागू नियम

होम ब्रांच का मतलब होता है वो ब्रांच जहां ग्राहक का बैंक खाता जारी है. उस ब्रांच के अलावा बाकी सभी ब्रांच नॉन-होम कहलाते हैं.

SBI के ऑर्डर के मुताबिक नॉन-होम ट्रांजैक्शंस में सीमा का बदलाव सितंबर 2021 तक ही लागू होगा.

महामारी के समय लोगों को ज्यादा कैश ट्रांजैक्शन की जरूरत पड़ रही है तो वहीं ज्यादा से ज्यादा लोग अपने पास कैश रख रहे हैं.

भारतीय अब पिछले 10 साल के मुकाबले ज्यादा कैश स्टोर कर रहे हैं. लॉकडाउन जैसी परीस्थिति में कैश निकालना मुश्किल हो सकता है इसिए लोग अचानक पड़ी जरूरतों – जैसे मेडिकल इमरजेंसी के लिए अपने पास ज्यादा कैश रख रहे हैं.

अर्थव्यवस्था में कैश का सर्कुलेशन बढ़ा है और पिछले एक दशक में ये अब सर्वाधिक है.

हालांकि, केंद्र सरकार कैशलेस इकोनॉमी पर जोर दे रही है. लेकिन, रिजर्व बैंक का डेटा दिखाता है कि जब से महामारी शुरू हुई है तब से अब तक कैश सर्कुलेशन बढ़ा है.

कोरोना के मद्देनजर उठाए कदम

SBI के तकरीबन 45 करोड़ ग्राहक हैं – जो अमेरिका की आबादी का 1.3 गुना है. साफ है कि इस तरह का कस्टमर बेस होने से जरूरी सेवाओं की मांग भी ज्यादा है. इसमें एटीएम या डेबिट कार्ड ब्लॉक या री-इश्यू करना, पिन रजिस्ट्रेशन, कैश विड्रॉल जैसी कई और सेवाएं शामिल हैं.

बैंक ने ऐसे कई कदम का ऐलान किया है जिनसे ग्राहक घर बैठे सेवाओं का फायदा  उठा सकते हैं.

Published - May 26, 2021, 02:14 IST