भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को ‘ऑन टैप’ यानी कभी भी लाइसेंस के लिए आवेदन करने के दिशानिर्देशों के तहत कुल आठ आवेदन मिले हैं. इसमें सभी प्रकार की सेवाएं देने वाले यूनिवर्सल बैंक स्थापित करने के लिए चार और स्मॉल फाइनेंस बैंकों (SFB) के लिए चार आवेदन शामिल हैं. यूएई एक्सचेंज एंड फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (UAE Exchange & Financial Services), द रिपैट्रिएट्स कोऑपरेटिव फाइनेंस एंड डेवलपमेंट बैंक लि. (आरईपीसीओ बैंक), चैतन्य इंडियन फिन क्रेडिट प्राइवेट लि (Chaitanya India Fin Credit ) और पंकज वैश्य (Pankaj Vaish) और अन्य ने ‘ऑन टैप’ लाइसेंसिंग दिशानिर्देशों के तहत यूनिवर्सल बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन किया है.
स्मॉल फाइनेंस बैंक के लिए आए ये आवेदन
वहीं स्मॉल फाइनेंस बैंकों (एसएफबी) के लिए ‘ऑन टैप’ दिशानिर्देशों के तहत वीसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लि. (VSoft Technologies), कालीकट सिटी सर्विस कोऑपरेटिव बैंक लि. (Calicut City Service Cooperative Bank), अखिल कुमार गुप्ता (Akhil Kumar Gupta) और द्वारा क्षेत्रीय ग्रामीण फाइनेंशियल सर्विसेज प्राइवेट लि. (Dvara Kshetriya Gramin Financial Services) ने आवेदन किया है.
निजी क्षेत्र में यूनिवर्सल बैंकों और एसएफबी को ऑन टैप लाइसेंसिंग के दिशानिर्देश क्रमश: 1 अगस्त, 2016 और 5 दिसंबर, 2019 को जारी किए गए थे.
यूनिवर्सल बैंक के लिए क्राइटेरिया
दिशानिर्देशों के अनुसार, यूनिवर्सल बैंक के लिए न्यूनतम चुकता वोटिंग इक्विटी पूंजी 500 करोड़ रुपए होनी चाहिए. ऐसे में हर समय बैंक का न्यूनतम नेटवर्थ 500 करोड़ रुपये होना चाहिए. एसएफबी के मामले में न्यूनतम चुकता वोटिंग पूंजी/नेटवर्थ 200 करोड़ रुपये होना चाहिए.
अगर कोई शहरी सहकारी बैंक स्वैच्छिक रूप से एसएफबी के रूप में परिवर्तित होना चाहता है, तो नेटवर्थ की शुरुआती जरूरत 100 करोड़ रुपये है. इसे 5 साल में 200 करोड़ रुपये करने की जरूरत होगी.
फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल ने सितंबर, 2019 में चैतन्य में 739 करोड़ रुपए की निवेश प्रतिबद्धता के साथ बहुलांश हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया था. बंसल चैतन्य के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) हैं.