Microfinance Loan Portfolio: माइक्रोफाइनेंस इंस्टीट्यूशंस नेटवर्क (MFIN) की एक रिपोर्ट के अनुसार, 30 जून, 2021 तक माइक्रोफाइनेंस उद्योग का ग्रॉस लोन पोर्टफोलियो (GLP) 4.2 प्रतिशत बढ़कर 2,37,369 करोड़ रुपये हो गया, जबकि 30 जून, 2020 तक यह 2,27,727 करोड़ रुपये था. वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही के दौरान माइक्रोफाइनेंस लोन वितरण पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 6,186 करोड़ रुपये की तुलना में 25,503 करोड़ रुपये में काफी सुधार हुआ.
MFIN एक उद्योग संघ है जिसमें 58 NBFC-MFI और 39 सहयोगी शामिल हैं, जिनमें बैंक, छोटे वित्त बैंक (SFB) और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियां (एनबीएफसी) शामिल हैं.
इसने मंगलवार को अप्रैल-जून 2021 तिमाही के लिए माइक्रोमीटर रिपोर्ट जारी की. रिपोर्ट से पता चला है कि 13 बैंकों के पास माइक्रो-क्रेडिट में पोर्टफोलियो का सबसे बड़ा हिस्सा है, जिसमें कुल लोन बकाया 1,02,405 करोड़ रुपये है, जो कि कुल माइक्रो-क्रेडिट ब्रह्मांड का 43.14 प्रतिशत है.
NBFC-MFI 75,021 करोड़ रुपये की बकाया लोन राशि के साथ माइक्रो-क्रेडिट का दूसरा सबसे बड़ा प्रदाता है, जो कुल उद्योग पोर्टफोलियो का 31.61 प्रतिशत है.
SFB पर कुल 38,624 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है, जिसमें कुल हिस्सेदारी 16.27 फीसदी है. इसमें कहा गया है कि
NBFC की हिस्सेदारी 7.89 फीसदी और अन्य MFI की हिस्सेदारी 1.09 फीसदी है. रिपोर्ट में दिखाया गया है कि 30 जून, 2021 तक, माइक्रोफाइनेंस उद्योग ने 10.30 करोड़ लोन खातों के माध्यम से 5.68 करोड़ यूनीक उधारकर्ताओं की सेवा की.