हम अक्सर संपत्ति पर लोन (Loan) या गोल्ड पर लोन (Loan) के बारे में सुनते आए हैं, लेकिन निवेश पर लोन अधिक लोकप्रिय नहीं है. हालांकि, कुछ बैंक और NBFC कंपनियां म्यूचुअल फंड पर भी लोन देती हैं. ध्यान रहे कि इस लोन पर ब्याज 9.5% and 14% लिया जाता है. Tata Capital म्यूचुअल फंड पर लोन देने वाली नई कंपनी बनी है.
जैसे गोल्ड लोन पर सोने को बतौर सिक्योरिटी रखा जाता है, वैसे ही म्यूचुअल फंड लोन पर आपके डीमैट खाते के यूनिट को बतौर कोलेटरल रखा जाता है. बैंकों और NBFC कंपनियों के पास ऐसे म्यूचुअल फंडों की सूची होती है जिस पर वे लोन देते हैं.
ऐसा लोन प्राप्त करने के लिए निवेशक को बैंक और म्यूचुअल फंड फर्म के साथ एग्रीमेंट करना होता है. यदि निवेशक लोन चुकाने में असमर्थ रहता है तो संबंधित फर्म उसे फंड को बेच सकती है. लोन को पूरी तरह से चुकाने के बाद ही निवेशक अपनी म्यूचुअल फंड स्कीम से पैसा प्राप्त कर सकता है.
लोन की राशि इस बात पर निर्भर करती है कि आपके पास किसी तरह का फंड है. आम तौर पर, इक्विटी या हाइब्रिड म्यूचुअल फंड पर डेट फंडों की तुलना में कम लोन राशि प्राप्त होती है. इक्विटी और हाइब्रिड फंड पर 50 फीसदी का मार्जिन होता है जबकि डेट फंड पर 20 फीसदी होता है.
डेट फंड पर आप निवेश मूल्य का 80 फीसदी लोन प्राप्त कर सकते हैं और इक्विटी फंड पर 60 फीसदी तक लोन मिल सकता है. इक्विटी फंड में शेयरों पर निवेश किया जाता है, जबकि डेट फंड में सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है. कुछ बैंक फंड के नेट असेट वैल्यू का 60 फीसदी लोन देते हैं तो कुछ 70 फीसदी लोन भी देते हैं.
इस तरह लोन पर 14 फीसदी तक ब्याज लिया जाता है. हालांकि, कुछ बैंक 9.5 फीसदी का भी ब्याज लेते हैं. आप इस पर बैंक से मोलभाव कर सकते हैं. यदि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आप 10-11 फीसदी पर लोन प्राप्त कर सकते हैं. आम तौर पर, बैंकों की तुलना में एनबीएफसी की ब्याज दरें ज्यादा होती हैं.
आप तुरंत इस तरह के लोन प्राप्त कर सकते हैं. यह आपकी छोटी अवधि की जरूरतों को पूरा करते हैं. साथ ही आपको अपने निवेश बेचना भी नहीं पड़ता. यदि आपने डेट फंड पर निवेश किया है तो आपको 9-10 फीसदी का रिटर्न मिलता है और इक्विटी फंड पर तो 15 फीसदी तक रिटर्न हासिल किया जा सकता है. मतलब कि इस लोन पर आप जो ब्याज देते हैं, वह आपके रिटर्न द्वारा कवर हो जाता है. ऐसे में आपका बोझ बहुत कम होता है.
दूसरी ओर, यदि आपके निवेश पर कम रिटर्न मिल रहा हो तो आप पर ब्याज का बोझ बढ़ जाता है. और यदि आप लोन चुकाने में असमर्थ रहते हैं तो बैंक आपके निवेश पर कब्जा कर सकता है.
State Bank of India म्यूचुअल फंड पर 9.75 फीसदी की सालाना ब्याज दर से लोन देता है. HDFC, ICICI और Axis Bank भी इस तरह लोन देते हैं. NBFC कंपनियां, जैसे Bajaj Finserv, Fullerton India, Aditya Birla Capital और Tata Capital वगैरह निवेश पर लोन देती हैं.