LAP: यदि आपको किसी फाइनेंशियल इमरजेंसी के लिए एकमुश्त रकम की जरूरत है , तो आप लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी (LAP) पर पर्सनल लोन लेने के बारे में सोच सकते हैं. यह एक सुरक्षित लोन है, जिस पर इंटरेस्ट रेट पर्सनल लोन से कम होता है.
प्रॉपर्टी के अगेंस्ट लोन लेने के लिए आपको इनकम प्रूफ दिखाने की जरूरत नहीं पड़ती. क्योंकि यह रेसीडेंशियल या कमर्शियल प्रॉपर्टी के अगेंस्ट दिया जाता है.
आप प्रॉपर्टी को संपार्श्विक (collateral)रूप में रखने के बाद भी उसका इस्तेमाल जारी रख सकते हैं, लेकिन ओनरशिप बैंक के नाम पर ट्रांसफर हो जाती है.
एक बार लोन चुकाने के बाद, सभी डॉक्यूमेंट्स के साथ ओनरशिप आपके नाम पर वापस आ जाएगी. आपको अपनी किराए की प्रॉपर्टी पर भी लोन मिल सकता है.
आवेदन प्रक्रिया सरल हो जाती है यदि आपका उस बैंक में सेविंग अकाउंट है जिसमें आपने LAP के लिए आवेदन किया है.
लैंडर एलिजिबिलिटी और लोन का अमाउंट तय करने से पहले आपकी प्रॉपर्टी की मार्केट वैल्यू देखते हैं. याद रखें कि आपको लोन के रूप में पूरी मार्केट वैल्यू नहीं मिलती है.
लोन-टू-वैल्यू रेश्यो एक लैंडर का दूसरे से भिन्न होता है. यह आम तौर पर 60-70 प्रतिशत की रेंज में होता है. लोन की कीमत आपके क्रेडिट स्कोर पर भी निर्भर करती है.
नौकरीपेशा और सेल्फ एम्पलॉइड लोग आसानी से एलएपी का लाभ उठा सकते हैं, बेरोजगार लोगों के लिए भी एलएपी अच्छा विकल्प है.
वो भी प्रॉपर्टी पर लोन ले सकते हैं. चूंकि लेंडर्स के पास उधार राशि के खिलाफ संपार्श्विक(collateral)होता है, इसलिए उनके लिए क्रेडिट रिस्क कम होता है.
आप LAP अपनी किसी भी जरूरत को पूरा करने के लिए ले सकते हैं इसपर रिस्ट्रिक्शन नहीं है. जैसे होम लोन या कार लोन.
मेडिकल इमरजेंसी, होम रेनोवेशन, बच्चों की उच्च शिक्षा, बिजनेस एक्सपेंस यहां तक की प्रॉपर्टी खरीदने के लिए भी LAP लिया जा सकता है. प्रॉपर्टी पर लोन लेने से पहले, सुनिश्चित करें कि आप लिए गए लोन को कैसे चुकाएंगे.
उसके लिए आपके पास एक प्लान होना चाहिए. ये बहुत जरूरी है क्योंकि आप अपनी प्रॉपर्टी को बैंक को खोना नहीं चाहेंगे.