क्या बाउंस हो गई है EMI? परेशान न हों, इन बातों का रखें ध्यान

लोन की EMI तय तारीख पर जमा करना जरूरी है. किसी वजह से EMI जमा करने में चूक होने पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.

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बैंक ऑफ महाराष्ट्र के 'रिटेल बोनांजा मॉनसून धमाका' ऑफरों का फायदा 30 सितंबर तक उठाया जा सकता है

बैंक ऑफ महाराष्ट्र के 'रिटेल बोनांजा मॉनसून धमाका' ऑफरों का फायदा 30 सितंबर तक उठाया जा सकता है

लोन चाहे घर के लिए हो, कार या फिर किसी भी तरह का. EMI तय तारीख पर जमा करना जरूरी है. किसी भी वजह से ईएमआई जमा करने में चूक होने पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है. आपको इसका खामियाजा पेनल्टी देकर चुकाना होता है.

सरकारी और निजी बैंकों की पेनाल्टी

अगर आपने लोन सरकारी बैंक से लिया है, तब एक मासिक किस्त बाउंस होने पर आपको 500 रुपये और अगर निजी बैंक है तो जुर्माने की यह रकम 1000 रुपये तक जा सकती है.

किस्त बाउंस होने पर ये करें

यदि आपकी भी कोई किस्त किसी कारण से बाउंस हो गई है तो सबसे पहले बैंक जाएं और मैनेजर को अपनी समस्या बताएं. ऐसे में मैनेजर आपको आगे की बाकी किस्त समय पर चुकाने की सलाह देगा. लेकिन अगर आपकी समस्या ज्यादा बड़ी है तो आप मैनेजर से बात करके किस्त को कुछ समय के लिए होल्ड करने का आवेदन लगा सकते हैं. कुछ समय बाद आप पैसों का इंतजाम होने पर रकम चुका सकते हैं. अगर पैसे की व्यवस्था नहीं हुई है तो आप मैनेजर से एडवांस EMI की जगह एरियर ईएमआई चुकाने की बात कर सकते हैं. ये वो EMI है जो आप महीने के आखिर में चुकाते हैं.

इन बातों का ध्यान रखें

— बैंक का कोई भी दस्तावेज बिना पढ़े या समझे साइन न करें. लोन की पॉलिसी और जरूरी दस्तावेजों की जानकारी लिए बिना प्रोसेस शुरू न कराएं. अगर आपने घर के लिए लोन लिया है बिल्डर ने मकान समय पर नहीं दिया तो भी बैंक को आपको लोन चुकाना ही पड़ेगा.

— बैंक को दिए गए चेक पर अपने हस्ताक्षर की जांच कर लें. साइन न होने, नहीं मिलने और चेक वापस होने की पेनल्टी भी धारक की होती है.

— प्राइवेट बिल्डर से मकान का सौदा किया है तो लोन लेने से पहले बिल्डर के जमीन के दस्तावेज़ जरूर देखें. कोई कमी होने पर बैंक बीच में ही लोन बंद कर सकता है और जितनी रकम बैंक ने दे दी है, उसका भुगतान आपको करना होगा.

— लोन के लिए किसी का गारंटर सोच समझकर बनें. किसी का गारंटर बनने के बाद आप पर भी उस लोन को चुकाने कीजिम्मेदारी होती है.
— अगर आप किसी वास्तविक दिक्कत की वजह से लोन की मासिक किस्त नहीं चुका पाएं तो बैंक से नोटिस मिलने के बाद आपके पास लोन चुकाने के लिए आपके पास 60 दिन का समय होता है.’ अगर इस अवधि के अंदर भी आप लोन नहीं चुकाते तो बैंक आपको एक नया नोटिस भेजेगा. जिसकी समय सीमा 30 दिन की होगी. इसके बाद भी अगर आप लोन नहीं चुकाते तो बैंक आपके ऊपर सरफेसी एक्ट के तहत प्रॉपर्टी की नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर सकता है.

लोन जल्दी चुकाने के लिए क्या करें

— लोन को जल्दी चुकाने का बेहद आसान तरीका है कि आप अपनी EMI की किस्त बड़ी करवा दें. यदि आपकी बोनस, इन्क्रीमेंट आदि से आपकी इनकम बढ़ी है तो इसका सदुपयोग अपने लोन में करें.

— इसके अलावा आपके पास इकट्ठा पैसा कहीं से आया है तो आप बैंक में प्रीपेमेंट कर सकते हैं. इससे या तो आपकी लोन की अवधि को घटा दिया जाएगा, या फिर आपकी किस्त को कम कर दिया जाएगा.

— जिस बैंक से आपने लोन लिया वहां की ब्याज दर अधिक है और दूसरा बैंक कम ब्याज पर लोन दे सकता है, तो लोन की रीफाइनेंसिंग भी कराई जा सकती है.

Published - July 19, 2021, 06:44 IST