Jan-Dhan: केंद्र सरकार जन धन 3.0 के लिए एक रोडमैप तैयार कर रही है. इसमें डोर स्टेप बैंकिंग, डिजिटल फाइनेंशियल प्रोडक्ट और फ्लैगशिप पेंशन और इंश्योरेंस स्कीम पर फोकस होगा. सरकार का लक्ष्य 5 किमी के भीतर किसी भी आवास से बैंकिंग टच प्वाइंट की उपलब्धता सुनिश्चित करना भी है. इकोनॉमिक टाइम्स में योजना के बारे में जानकारी रखने वाले एक सरकारी अधिकारी के हवाले से लिखा गया है, ‘हम बैंकों के साथ काम कर रहे हैं ताकि एक ब्रॉड स्ट्रक्चर तैयार किया जा सके. ये एक्सेस को इंप्रूव करेगा, डिजिटल लोन एप्लीकेशन को सरल बनाएगा और रिटेल, MSME और एग्रीकल्चर लोन के लिए क्विक रिस्पॉन्स सुनिश्चित होगा.
सरकार चाहती है कि बैंक जन धन अकाउंट को अटल पेंशन योजना, पीएम स्वनिधि, स्टैंड अप इंडिया और सुकन्या समृद्धि जैसी योजनाओं के साथ जोड़ दें.
अधिकारी ने कहा, ‘जन धन अकाउंट, आधार और मोबाइल (JAM) फ्रेमवर्क के आधार पर, बैंक ग्राहकों को नए एनालिटिक्स-आधारित ऑफर की पेशकश कर सकते हैं और उनके कवरेज का विस्तार कर सकते हैं.’
पिछले हफ्ते, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘क्रिएटिंग सिनर्जीज फॉर सीमलेस क्रेडिट फ्लो एंड इकोनॉमिक ग्रोथ’ कॉन्फ्रेंस में अपने संबोधन में कहा था कि बैंकों को एक पार्टनरशिप मॉडल अपनाने की जरूरत है. उन्हें इस कल्चर को छोड़ देना चाहिए कि बैंक अप्रूवर है और कस्टमर एप्लीकेंट.’
पीएम ने कहा था, ‘बैंकिंग सेक्टर की ही एक रिसर्च में सामने आया है कि जिन राज्यों में जनधन खाते जितने ज्यादा खुले हैं, वहां क्राइम रेट उतना ही कम हुआ है.’
उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वामित्व और स्वनिधि जैसी प्रमुख योजनाओं की चर्चा की थी और बैंकों से इन योजनाओं में भाग लेने और अपनी भूमिका निभाने के लिए कहा था.