बिना पेनाल्टी FD से निकाल सकते हैं कैश, जानिए किस बैंक में मिल रही सुविधा

स्टेट बैंक (SBI) का मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट अकाउंट बाजार में अकेला ऐसा है, जो फिक्स्ड डिपॉजिट में लिक्विडिटी की सुविधा देता है

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टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट में पांच साल या उससे अधिक की लॉक-इन अवधि होती है.

टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट में पांच साल या उससे अधिक की लॉक-इन अवधि होती है.

आमतौर पर नियम और शर्तों के अनुरूप फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit- FD) में विद्ड्रॉल करने पर पेनाल्टी का प्रावधान होता है. लेकिन, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) एक स्पेशल मल्टी-ऑप्शन डिपॉजिट में बिना पेनाल्टी कैश निकालने की आजादी देता है. स्टेट बैंक अकेला (SBI) ऐसा बड़ा बैंक है, जो ग्राहकों को ये सुविधा मुहैया कराता है. फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से 1,000 रुपये के मल्टीपल में रकम निकालना संभव है. SBI MOD एक विशेष तरह का FD अकाउंट है. दूसरे फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के विपरीत, किसी भी समय पूरी तरह से लिक्विडेटेड या खास नियत समय में, ग्राहक पैसों की जरूरत पड़ने पर 1000 के गुणांक में कैश निकाल सकता है.

धन निकासी के बाद MOD अकाउंट में शेष राशि पर पूरी तरह ब्याज पहले की तरह मिलती रहेगी. ये अकाउंट आपके किसी सेविंग या करेंट अकाउंट से लिंक्ड होगा.

मान लीजिए कि आपके पास 5 साल के लिए 1 लाख रुपये की FD है. लेकिन अचानक दूसरे साल आपको पैसों की सख्त जरूरत पड़ जाती है तो आप डिपॉजिट से 20 हजार रुपये निकाल सकते हैं.

आपके पैसे निकालने के बाद, शेष बची 80 हजार रुपये की रकम पर जो ब्याज आपको पहले मिल रही थी, वही मिलती रहेगी. इसके अलावा ग्राहकों को कोई अलग से पेनाल्टी नहीं देनी होगी.

इन्वेस्टमेंट लिमिट

MOD के लिए आपको न्यूनतम 10 हजार रुपये जमा कराने होंगे. इस रकम से ऊपर की कोई भी जमा राशि 1,000 रुपये के मल्टीपल में होनी चाहिए. लेकिन, इसमें जमा कराने की कोई भी अधिकतम लिमिट नहीं है. आप कितनी भी रकम MOD खाते के तहत जमा करा सकते हैं.

स्टेट बैंक (SBI) के मल्टी-ऑप्शन डिपॉजिट (MOD) अकाउंट में, न्यूनतम एक साल का टेन्योर होता है और अधिकतम की बात करें तो ये पांच साल का होता है. लेकिन इससे मिलने वाली ब्याज पर पर आयकर कटौती (TDS) लागू होती है.

ब्याज दर

एसबीआई MOD अकाउंट फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के जैसे वही ब्याज दर ग्राहकों को ऑफर करता है.

लेकिन, जब MOD के नियमों का उल्लंघन होता है, उस अवधि के लिए लागू दर पर पेनाल्टी के साथ ब्याज का भुगतान किया जाता है, जिस अवधि के लिए ब्रोकन राशि चलती है और शेष राशि ब्याज की वास्तविक दर हासिल होती है.

इसके अलावा, कोई भी डिपॉजिट पीरियड के दौरान किसी भी समय कुल कॉरपस का 60% तक लोन लेने की सुविधा का फायदा उठा सकता है.

याद रखने वाली बातें

स्टेट बैंक से मिल रही इस सुविधा को लेकर एक बात बेहद ध्यान रखने वाली है कि कुल पीरियड में एक से ज्यादा बार पैसे नहीं निकाले जा सकते हैं. नियम के तहत आप एक ही बात ऐसा कर सकते हैं.

MOD खातों के साथ नॉमिनी की सुविधा के अलावा ऑटो स्वीप की सुविधा भी है.

स्टेट बैंक आपको, MOD खाते को एक शाखा से दूसरी शाखा में ट्रांसफर करने की अनुमति देता है. MOD खाते मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए भी खोले जा सकते हैं.

Published - July 31, 2021, 11:51 IST