स्मॉल फाइनेंस बैंक कैसे दे रहे हैं ज्यादा ब्याज, जानिए इनके बारे में सब कुछ

कुछ बैंक अभी भी FD पर 7-8% और RD पर 5-6% का ब्याज दे रहे हैं. इन बैंकों को स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) कहा जाता है. भारत में करीब दर्जन भर SFB है.

  • Team Money9
  • Updated Date - October 3, 2021, 01:26 IST
NBFC

स्मॉल फाइनेंस बैंकों की सालाना ब्याज दर 5 फीसदी से ज्यादा होती है.

स्मॉल फाइनेंस बैंकों की सालाना ब्याज दर 5 फीसदी से ज्यादा होती है.

कम ब्याज दरों के इस दौर में कुछ बैंक ऐसे हैं जो अभी भी FD पर 7-8 फीसदी और RD पर 5-6 फीसदी का ब्याज दे रहे हैं. इन बैंकों को स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) कहा जाता है. भारत में करीब दर्जन भर SFB हैं. ग्राहकों के मन में सवाल होता है कि ये बैंक कैसे इतनी ब्याज दरें दे रही हैं. कुछ लोग अपने इन बैंकों में जमा पूंजी को लेकर भी चिंतित रहते हैं.

SFB के बारे में जानें

ये विशेष तरह के बैंक होते हैं, जिनका गठन RBI के द्वारा सरकार के निर्देशों पर होता है. इनका मकसद वित्तीय समावेशन को बढ़ाना होता है. ये सूक्ष्म, लघु क्षेत्र के असंगठित उद्योगों को अपनी सेवाएं देते हैं. सरकार इस क्षेत्र को प्राथमिकता वाले क्षेत्र मानती है. SFB भी वही कार्य करते हैं, जो बाकी बैंक करते हैं. ये RBI के नियमों का पालन करते हैं. ऑल इंडिया बैंक एम्प्लायी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजन नागर का कहना है कि ये बैंक पूरी तरह से सुरक्षित होते हैं.

ऊंची ब्याज दरें

कर सलाहकार अरविंद अग्रवाल का कहना है कि ज्यादातर लोग लोकप्रिय बैंकों में अपना पैसा रखना पसंद करते हैं. इसकी वजह से बड़े बैंकों के पास बहुत अधिक नकद जमा हो जाती है. SFB कम लोकप्रिय होते हैं. इन पास उतने ग्राहक नहीं होते, जितने अन्य कॉमर्स बैंकों के पास होते हैं. इसलिए, ये ग्राहकों की संख्या बढ़ाने के लिए आकर्षक ब्याज दरें पेश करते हैं. किंतु, जैसे-जैसे इनके ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी, ये भी कम ब्याज दर ऑफर करने लगेंगे.

SFB में भी जमा पर 5 लाख रुपये का बीमा होता है. यदि कोई अनहोनी होती है तो भी जमाकर्ता को उक्त राशि 90 दिनों के भीतर मिल जाती है. मौजूदा अनिश्चित माहौल के देखते हुए, किसी भी व्यक्ति को SFB में अपनी कुल जमा का 20 फीसदी से अधिक नहीं रखना चाहिए. कोलकाता के वित्तीय सलाहकार नीलोत्पल बनर्जी का कहना है, “20 फीसदी का सूत्र केवल SFB के लिए नहीं लागू होता, बल्कि सभी बैंकों के लिए लागू होता है. किसी भी एक बैंक पर पूरी तरह निर्भर नहीं होना चाहिए. RBI के मुताबिक, SFB के लिए न्यूनतम पेड-अप इक्विटी कैपिटल 200 करोड़ रुपये है.

ये है SFB की लिस्‍ट

भारत में 11 SFB हैं. इनमें Ujjivan Small Finance Bank, Jana Small Finance Bank, Equitas Small Finance Bank, AU Small Finance Bank, Capital Small Finance Bank, ESAF Small Finance Bank, Utkarsh Small Finance Bank, Suryoday Small Finance Bank, Fin care Small Finance Bank, North East Small Finance Bank और Shivalik Small Finance Bank शामिल हैं. कुछ और वित्तीय संस्थाएं भी SFB लाइसेंस प्राप्त करने का इंतजार कर रही हैं.

Published - October 3, 2021, 01:26 IST