Home Loan: घर खरीदने के लिए कई लोग होम लोन (Home Loan) लेते हैं, लेकिन कई बार लगता है कि इतनी अच्छी डील नहीं मिल पाई.
कई बार महंगे ब्याज या अच्छी बैंकिंग सर्विस न मिलने जैसे कारणों से लोग अपना होम लोन ट्रांसफर कराना चाहते हैं. ऐसा करते वक्त कुछ बातों को ध्यान देना जरूरी है.
अपना होम लोन मौजूदा बैंक से किसी दूसरे बैंक में शिफ्ट करने से पहले सभी बैंकों की ब्याज दरों का एक तुलनात्मक अध्ययन कर लें. जब आपको लगे कि आपका बैंक आपसे ज्यादा ब्याज ले रहा है, तो उससे दरें घटाने के लिए कहें.
यदि बैंक के साथ आपका संबंध अच्छा है और आप समय पर सभी ईएमआई का भुगतान करते हैं, तो आपका कर्जदाता आपके क्रेडिट हिस्ट्री और लोन चुकौती क्षमता को देखते हुए आपके अनुरोध पर विचार कर सकता है.
इस तरह आप प्रीपेमेंट, ट्रांसफर, प्रोसेसिंग फीस, आवेदन शुल्क का भुगतान किए बिना अपना EMI बोझ कम कर सकते हैं.
अगर बचे हुए होम लोन की राशि ज्यादा है यानी लंबे समय तक ईएमआई देना है, तो नए बैंक में स्विच करें. अगर आप सिर्फ एक-दो साल के लिए स्विच करना चाहते हैं, तो इसके बहुत मतलब नहीं है.
अगर आपका होम लोन 20 साल के लिए है, तो आप 16 से 18 साल के लिए स्विच कर सकते हैं. इसके अलावा जब आपका लोन अमाउंट काफी ज्यादा हो तभी लोन शिफ्टिंग का फायदा है. कम लोन राशि है, तो इससे बचें.
कम ब्याज दरों पर होम लोन शिफ्टिंग से आपको लंबे समय में फायदा होगा, जिसके लिए आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है.
होम लोन बैलेंस ट्रांसफर प्रक्रिया में कई शुल्क शामिल हैं जैसे प्रोसेसिंग फीस, आवेदन शुल्क, निरीक्षण शुल्क आदि. कुछ शुल्क ऐसे होंगे, जो आपके मौजूदा बैंक और नए कर्जदाता दोनों द्वारा वसूले जाएंगे.
क्योंकि यह आपके लोन को फिर से फाइनेंस करने की तरह है. अधिकांश बैंक और NBFC प्रोसेसिंग चार्ज के रूप में ट्रांसफर होने वाले लोन का 1 से 3% तक चार्ज करते हैं.
हालांकि कई बैंक्स फेस्टिव सीजन में ऑफर के तहत लोन प्रोसेसिंग फीस माफ भी कर देते हैं.
यदि आपने अपने लोन का एक बहुत बड़ा हिस्सा पहले ही चुका दिया है, तो अपने नए बैंक को पूरा ऑरिजिनल कॉलेटरल प्रदान न करें.
इसके बजाय, अपने नए बैंक को कम राशि वाला कॉलेटरल प्रदान करें. क्योंकि आप जरूरत पड़ने पर एक अलग लोन लेने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.