होम लोन के बोझ से मुक्त होने के ये हैं 5 रास्ते

Home Loan:  वित्तीय अनुशासन बहुत जरूरी होता है. एक खर्च के लिए व्यवहारिक बजट तैयार करें. यहीं से कर्ज चुकाने की शुरुआत होती है

  • Team Money9
  • Updated Date - August 17, 2021, 01:50 IST
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धारा 80C  के तहत, साल के दौरान चुकाए गए होम लोन के मूलधन के भुगतान पर 1.5 लाख रुपये तक टैक्स में छूट पाया जा सकता है.

धारा 80C  के तहत, साल के दौरान चुकाए गए होम लोन के मूलधन के भुगतान पर 1.5 लाख रुपये तक टैक्स में छूट पाया जा सकता है.

Home Loan: भारत में प्रत्येक व्यक्ति का सपना एक अपना घर खरीदने का होता है. बहुत से लोगों को इसके लिए होम लोन लेना पड़ता है. कुछ लोगों के लिए यह सुविधा होती है तो कुछ के लिए यह कर्ज का बोझ. इससे मुक्ति को वित्तीय अनुशासन बहुत जरूरी होता है. एक खर्च के लिए व्यवहारिक बजट तैयार करें. यहीं से कर्ज चुकाने की शुरुआत होती है. अपने घर खर्च हिसाब लगाएं. जैसे बच्चों की फीस, बीमा, लोन वगैरह का बजट तय करें. कुछ बचत भी करें. यह बचत, समय से पहले कर्ज चुकाने पर मदद करेगी.

मौजूदा हालात

उदाहरण के तौर, प्रिया ने होम लोन लिया हुआ है. अपना होम लोन चुकाने के साथ-साथ उसे अपने पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठानी होती है. उसकी मौजूदा स्थिति-

A. उसका होम लोन 1 करोड़ रुपए का है, जिस पर ब्याज दर 8.2 फीसदी है औऱ 15 साल का लोन टर्म अभी बाकी है. उसे प्रति माह 85 हजार रुपए की किस्त चुकानी होती है.

B. होम लोन के अलावा उस पर 6 लाख का कार लोन भी है, जिसकी दर 8.15 फीसदी है. इस पर 12,200 रुपए का किस्त देना होता है.

C. अभी उसकी सैलरी 1.5 लाख रुपए है, और इसमें उसको घर का खर्च भी चलाना होता है.

1. व्यवहारिक बजट तैयार करें

वित्तीय अनुशासन बहुत जरूरी होता है. एक खर्च के लिए व्यवहारिक बजट तैयार करें. यहीं से कर्ज चुकाने की शुरुआत होती है. अपने घर खर्च हिसाब लगाएं. जैसे बच्चों की फीस, बीमा, लोन वगैरह का बजट तय करें. कुछ बचत भी करें. यह बचत, समय से पहले कर्ज चुकाने पर मदद करेगी.

2. जितनी जल्दी हो सके अपना कर्ज चुकाएं

अलग-अलग लोग, इसके लिए अलग-अलग तरीके अपनाते हैं. कुछ पहले छोटे कर्ज को चुकाते हैं और फिर बड़े कर्ज पर ध्यान देते हैं. यदि वेतन प्राप्त करने वाले हैं और आने वाले दिनों इसमें बढ़ोतरी होने वाली या फिर कोई बोनस मिलने वाला है तो अपनी किस्त में इजाफा करें.

3. रिफाइनेंस पर ध्यान दें

आप अपने मौजूदा लोन को किसी अन्य बैंक को ट्रांसफर कर सकते हैं. बशर्ते, वहां ब्याज दर कम हो. जैसे प्रिया को अभी 8.2 फीसदी का ब्याज देना पड़ रहा है, चाहे तो उसे मौजूदा बाजार के हिसाब से 7.2 फीसदी पर लोन मिल सकता है. इससे उसके कुल ब्याज अदायगी में कमी आएगी. और लोन की अवधि भी घटेगी.

4. संभव होने पर प्रि-पे करें

कुछ ग्राहकों की तय मासिक आय नहीं होती. जैसे किसी बिजनेसमैन की. जब भी संभव हो लोन का प्रि पेमेंट करें. इससे लोन की अवधि कम होगी. आरबीआई के निर्देशों के मुताबिक, अब ऐसे भुगतान पर कोई शुल्क नहीं देना होता.

5. निवेश के जरिए अपना पैसा बढ़ाएं

निवेश कभी भी शुरू किया जा सकता है. छोटी मात्रा से ही निवेश कर दें. मसलन, यदि प्रिया 10 हजार रुपए मासिक का एसआईपी शुरू करे तो 12 फीसदी के रिटर्न के साथ 20 साल में उसके पास 1 करोड़ रुपए का फंड होगा. और इससे वह आसानी से अपने लोन से निजात पा सकती है.

साथ ही, अपनी वैकल्पिक आमदनी हासिल करने पर विचार करें. कुछ फ्रीलांस जैसा जॉब करें, इससे आप अपने कर्ज से जल्दी मुक्त हो सकते हैं.

(लेखक, BASIC Home Loan के सीईओ हैं.)

Published - August 17, 2021, 01:27 IST