बैंकिंग हमारी अनिवार्य ज़रूरत बन गई है. लेकिन ये ज़रूरत मुफ्त में पूरी नहीं होती. इसमें कदम-कदम पर पैसा कटता है. हर कोई बैंकों की सेवाओं का इस्तेमाल करता है और उसके बदले वह बैंक को तमाम तरह के चार्ज भी चुकाता है. कोई दूसरे बैंक का एटीएम इस्तेमाल करने पर तो कोई पैसे ट्रांसफर करने या फिर किसी तरह की मेंटेनेंस फीस. ऐसा कोई बैंक नहीं जो ग्राहकों से कुछ तरह के चार्ज ना लेता हो. कुछ बैंकों में ये चार्ज अधिक होते हैं तो कुछ में कम. आइए जानते हैं बैंक में आपका पैसा कहां और कितना कटता है.
अतिरिक्त सुविधा के नाम पर चार्ज
बहुत से ग्राहकों को इन अतिरिक्त सेवाओं के बारे में जानकारी नहीं होती है और वे ब्रांच में जाकर बैंक कर्मचारी से झगड़ा कर बैठते है. इसलिए आपको ध्यान में होना चाहिए कि बैंक ने आपके खाते से जो पैसे काटे है. वो इस सुविधा के नाम से काटे हैं.
सर्विस चार्ज
एटीएम ट्रांजेक्शन की सेवा: 20 रूपये से 50 रूपये तक (अगर अपने लिमिट से ज्यादा निकासी की हो)
डेबिट कार्ड फीस: 99 रूपये से 750 रुपये तक
डेबिट कार्ड बदलना: 200 रूपये
मनी ट्रांसफर चार्ज: 1 रूपये से 25 रूपये तक (अतिरिक्त जीएसटी)
डुप्लीकेट स्टेटमेंट: 50 रूपये से 100 रूपये तक
मोबाइल नंबर पर मैसेज का चार्ज: 10 रूपये से 15 रूपये तक
कैश ट्रांजेक्शन चार्ज
हर बैंक में सेविंग अकाउंट होल्डर को एक निश्चित सीमा तक कैश ट्रांजेक्शन मुफ्त में करने की इजाजत होती है, जिसके बाद उस पर कैश ट्रांजेक्शन चार्ज लगता है. जैसे एक्सिस बैंक में आप एक महीने में 2 लाख रुपये तक या चार बार मुफ्त में कैश निकाल सकते हैं, उसके बाद बैंक आप पर निकाली जाने वाली राशि का 2.5 फीसदी चार्ज लेता है. अलग-अलग बैंकों में ये चार्ज अलग हो सकता है.
फेल्ड एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज
कई बार ऐसा होता है कि ग्राहक अपने खाते से एटीएम के जरिए पैसे निकालना चाहते हैं, लेकिन पर्याप्त राशि नहीं होने की वजह से ट्रांजेक्शन फेल हो जाता है. ऐसी सूरत में बैंक फेल्ड एटीएम ट्रांजेक्शन चार्ज लेते हैं. अगर बात भारतीय स्टेट बैंक की करें तो हर फेल हुई ट्रांजेक्शन के लिए एसबीआई 20 रुपये और जीएसटी चार्ज करता है. वहीं एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और यस बैंक ममें 25 रुपये चार्ज किए जाते हैं.
न्यूनतम बैलेंस चार्ज
अगर किसी ग्राहक के खाते में बैलेंस एक निश्चित सीमा से कम होता है तो उस पर कुछ बैंक चार्ज लगाते हैं. यानी कुछ बैंकों में ये नियम है कि महीने भर में ग्राहक का एक औसतन न्यूनतम बैलेंस रहना चाहिए. जैसे आईसीआईसीआई बैंक के मेट्रो और अरबन ब्रांच में न्यूनतम 10 हजार रुपये का बैलेंस मेंटेन करना जरूरी है. वहीं सेमी-अरबन और रूरल ब्रांच में यह सीमा 5000 रुपये है.
चेक की फीस और चेक क्लीयरेंस चार्ज
1 लाख रुपये से अधिक के चेक पर क्लीयरेंस चार्ज 150 रुपये लगता है, जो रिजर्व बैंक ने तय किया है. वहीं अगर चेक 1 लाख रुपये तक का है तो उस पर कोई चार्ज नहीं लगेगा.