Gold Loan: गोल्ड लोन लेने से पहले जान लीजिए ये 9 बातें

gold loan लेने के लिए ज्यादा कागजी कार्रवाई की जरूरत नहीं होती है. दूसरे सिक्योर्ड लोन की तुलना में इसकी प्रक्रिया बेहद आसान और छोटी है.

Gold Loan:

ये लोन अधिक आसान भुगतान शर्तों के साथ भी आते हैं. लोन लेने वालों के पास समान मासिक किश्तों में भुगतान करने या एकमुश्त भुगतान करने का विकल्प होता है.

ये लोन अधिक आसान भुगतान शर्तों के साथ भी आते हैं. लोन लेने वालों के पास समान मासिक किश्तों में भुगतान करने या एकमुश्त भुगतान करने का विकल्प होता है.

Gold Loan: जिंदगी में मुश्किलें कभी बताकर नहीं आती हैं, हमें इसके लिए खुद हमेशा तैयार रखना होता है. लेकिन कई बार ऐसा होता है कि हम ऐसी आपात परिस्थितियों के लिए तैयार नहीं होते हैं. कठिन हालातों में पैसा जुटाना हमेशा एक मुश्किल काम रहा है. ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए लोन हमेशा सबसे आसान विकल्प होता है. लेकिन जरूर नहीं है कि ये इतना भी आसान हो जितना हम समझते हैं.

लोन मिलने की राह में आने वाली सबसे बड़ी मुश्किल लो क्रेडिट स्कोर, ज्यादा ब्याज दर, कागजों को लेकर माथापच्ची और लोन जारी होने में लगने वाला टाइम होता है. कठिन वक्त में पैसा जुटाने के लिए गोल्ड लोन एक नया विकल्प साबित हो सकता है.

गोल्ड लोन है अच्छा विकल्प

ज्यादातर भारतीय परिवारों के पास ठीक-ठाक तादाद में गोल्ड (gold) होता है. पूरी दुनिया में भारतीय सबसे ज्यादा सोने को पसंद करने वालों में शुमार होते हैं. जरूरत के समय में, यह सोना – चाहे वह सिक्कों, बार के रूप में हो या गहनों के रूप में, ये गिरवी रखकर लोन लेने में काम आ सकता है. असुरक्षित पर्सनल लोन की तुलना में गोल्ड लोन (gold loan) लेना ज्यादा आसान उपाय है.

ब्याज दर

गोल्ड लोन (gold loan) का सबसे बड़ा फायदा है कि असुरक्षित पर्सनल लोन की तुलना में ये कम ब्याज पर मिलने वाला सुरक्षित लोन है. बैंक या फाइनेंशियल कंपनी आपके सोने को सिक्योरिटी के रूप में अपने पास रख लेता है और इससे उनका रिस्क कम हो जाता है. गोल्ड लोन (gold loan), पर्सनल लोन की तुलना में ज्यादा बेहतर विकल्प साबित होता है.

लोन अमाउंट

गोल्ड के बदले आप बड़ी रकम भी लोन पर ले सकते हैं, ये लोन देने वाले पर भी निर्भर करता है. आप आसानी से 10 हजार रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का लोन ले सकते हैं. गोल्ड लोन (gold loan) में आप गिरवी रखे सोने के मूल्य का 75% तक उधार ले सकते हैं. सोने की वैल्यू को बीते 30 दिनों के 22 कैरेट सोने के बंद भाव के औसत से तय किया जाता है. गिरवी रखे सोने का कैरेट अगर कम है तो लोन भी उसी की वैल्यू के हिसाब से मिलेगा.

रीपेमेंट के विकल्प

आम लोगों में गोल्ड लोन (gold loan) को लेकर दिलचस्पी इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि लोन चुकाने के लिए ये आकर्षक ऑफर देता है. कुछ लोन देने वाले हर महीने सिर्फ ब्याज चुकाने और प्रिंसिपल अमाउंट को आखिर में एक बार में चुकाने का ऑफर देते हैं.

जबकि कई लोन देने वाले प्रिंसिपल अमाउंट को हर महीने थोड़े-थोड़े हिस्से में देने का मौका देते हैं. गोल्ड के बदले लोन देने वाले कई बार ब्याज का हिस्सा काटकर लोन के पैसे देने की पेशकश करते हैं. ये लोन (gold loan) लेने वाले को फैसला करना होता है कि उसकी आर्थिक स्थिति के मुताबिक कौन सा ऑफर उसके लिए अच्छा है.

जरूरी योग्यता

बाजार में गोल्ड लोन आसान शर्तों के साथ मिल जाता है. जैसे कोई भी 21 से 65 साल के बीच का व्यक्ति अपने या परिवार के सोने को गिरवी रखकर गोल्ड लोन (gold loan) ले सकता है. गोल्ड लोन की प्रोसेसिंग फीस कम होती है और लोन देने से पहले किसी प्रकार के क्रेडिट स्कोर और लोन अप्रूवल जैसी शर्तों का पालन नहीं करना होता है.

प्रोसेसिंग

गोल्ड लोन (gold loan) लेने के लिए ज्यादा कागजी कार्रवाई की जरूरत नहीं होती है. दूसरे सिक्योर्ड लोन की तुलना में इसकी प्रक्रिया बेहद आसान और छोटी है. इसके कारण गोल्ड लोन लेना ज्यादा आसान होता है.

इन बातों का रखें ध्यान

इमरजेंसी के दौरान पैसे जुटाने के लिए गोल्ड लोन (gold loan) एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी बातें ध्यान रखनी चाहिए.

गोल्ड लोन रेगुलेटेड वित्तीय संस्थाएं जैसे बैंक या NBFC से लेना चाहिए. गैर-आधिकारिक लेंडर्स जैसे ज्वैलर्स रेगुलेटेड नहीं होते हैं, इसलिए कई बार फ्रॉड होने की ज्यादा आशंका रहती है.

लोन देने वालों की साख का ध्यान इसलिए भी रखना चाहिए क्योंकि आपका सोना उनके पास रखा जाएगा. लोन देने वालों के पास रखे गोल्ड की वैल्यू आपको मिले पैसों से ज्यादा होती है. इसलिए गोल्ड लोन बैंक या आरबीआई द्वारा रेगुलेटेड NBFC से लेना चाहिए.

नियम और शर्तें पढ़ें

गोल्ड लोन (gold loan) लेने से पहले सभी नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ना चाहिए. रीपेमेंट करने के विकल्प, शर्तें, प्रीपेमेंट, प्रोसेसिंग फी और दूसरे चार्जों के बारे में सही जानकारी होना जरूरी है. क्योंकि ये सभी चीजें आपके लोन की कीमतों में जुड़ती हैं.

उदाहरण के लिए, गोल्ड लोन (gold loan) के पूर्व भुगतान पर किसी प्रकार की कोई फीस नहीं लगती है. हालांकि, कुछ बैंक कुछ परिस्थितियों में कुल बकाया राशि का 1% तक फीस के रूप में लेते हैं. जबकि कुछ मामलों में गोल्ड की वैल्यूएशन फीस भी चार्ज की जाती है.

डिफॉल्ट किया तो क्या होगा?

किसी दूसरे लोन की तरह अगर आप गोल्ड लोन (gold loan) का पैसा नहीं चुकाते हैं तो इसके परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. अगर आप समय पर पैसा वापस करने में असमर्थ रहते हैं तो लोन रकम की वसूली के लिए आपके गिरवी रखे सोने को जब्त कर लिया जाएगा या उसकी नीलामी कर दी जाएगी. इसका असर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और स्कोर पर भी पड़ सकता है.

कम शब्दों में कहें तो, गोल्ड लोन (gold loan) लेने से पहले सभी नियम और शर्तों को ध्यान से पढ़ें और वो फैसला करें जो आपके लिए सबसे बेहतर साबित हो.

Published - July 12, 2021, 12:00 IST