सुरक्षित निवेश के लिए Fixed Deposit (FD) को काफी अच्छा माना जाता है. कई लोग मानते हैं कि बैंक FD पर बचत खातों के मुकाबले ज्यादा ब्याज दर देते हैं.
मोटे तौर पर ये बात सच है. लेकिन, आपको जानकर हैरत होगी कि देश के कई बड़े बैंक FD के मुकाबले सेविंग्स अकाउंट पर ज्यादा ब्याज दर दे रहे हैं.
HDFC बैंक ने दो हफ्ते पहले ही Fixed Deposit (FD) की ब्याज दरों में संशोधन किया है. बैंक अब लोगों को 7 दिन से 29 दिन की FD पर केवल 2.5% ब्याज दे रहा है. वहीं, सेविंग अकाउंट पर ब्याज 3% है. वहीं, अन्य निजी बैंकों जैसे ICICI बैंक, एक्सिस, कोटक महिंद्रा और इंडसइंड बैंक द्वारा दी जाने वाली एफडी (FD) पर न्यूनतम ब्याज दरें बचत दर से 0.50 से 1.75 फीसदी कम हैं.
ICICI बैंक और एक्सिस बैंक भी 7 दिनों से 29 दिनों की समयसीमा के बीच FD पर 2.5% ब्याज दे रहे हैं. दोनों बैंक सेविंग अकाउंट बैलेंस पर 3% ब्याज दे रहे हैं.
कोटक महिंद्रा बैंक और इंडसइंड बैंक FD पर क्रमशः 7 दिनों से 30 दिनों के कार्यकाल के बीच 2.5% और 2.75% ब्याज देते हैं. लेकिन कोटक महिंद्रा बैंक में बचत बैंक खाते में ब्याज 3.5% है. वहीं, इंडसइंड बैंक द्वारा दी जाने वाली बचत खाते की शेष राशि पर ब्याज दर 4% से 5.5% के बीच है.
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में मामला थोड़ा अलग है. भारतीय स्टेट बैंक (SBI) अपने ग्राहकों को 7 दिनों से 45 दिनों की अवधि के लिए FD पर 2.9% सालाना ब्याज देता है. जबकि, बैंक बचत खाते पर 2.75% ब्याज ऑफर कर रहा है.
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (UBI) में बचत खातों पर ब्याज दरों और न्यूनतम एफडी दरों (कार्यकाल 7 दिन से 45 दिन) के बीच कोई अंतर नहीं है. ये दोनों ही 3% हैं.
इस बारे में ICICI बैंक के एक अधिकारी ने मनी9 को बताया है कि FD की ब्याज दरों को बचत खाता दरों से नीचे लाया गया है क्योंकि बैंक ग्राहकों को छोटी अवधि की FD में निवेश से हतोत्साहित करना चाहता है.