FD: आमतौर पर सीनियर सिटीजन ऐसी जगह निवेश को तरजीह देते हैं, जहां उनका पैसा सुरक्षित हो और इसके साथ ही बेहतर रिटर्न भी मिले. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) और पब्लिक प्रोविडेंड फंड (PPF) के अलावा कोई ऐसा प्लान नहीं है जहां सात फीसदी से ज्यादा रिटर्न मिल सके. ये दोनों ही स्कीम मूल रूप से मध्यम से लंबी अवधि के लिए हैं. आमतौर पर बुजुर्ग लोग कम अवधि वाले स्कीम में निवेश करना चाहते हैं, इसलिए एक साल की अवधि वाले फिक्स डिपॉजिट (FD) को वे ज्यादा पसंद करते हैं. Money9 यहां आपको कुछ ऐसे बैंकों के बारे में बता रहा है, जहां एक साल की FD पर भी ब्याज दर सात फीसदी या उससे अधिक है.
कुछ ऐसे स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) हैं, जो गिरती ब्याज दरों के इस दौर में भी 7.25 प्रतिशत तक ब्याज दर की पेशकश कर रहे हैं.
पिछले कुछ हफ्तों में HDFC बैंक, BANK OF INDIA, YES बैंक, INDUSIND बैंक और BANDHAN बैंक समेत कई प्रमुख कमर्शियल बैंकों ने FD पर अपने ब्याज दरों की समीक्षा की है.
कुछ SFB, सीनियर सिटीजन्स को एक वर्ष की अवधि के लिए 7.25% ब्याज दर की पेशकश कर रहे हैं. ये बैंक हैं – Jana SFB, North east SFB, Suryoday SFB और Utkarsh SFB.
इन सभी बैंकों में एक साल की अवधि के लिए आम लोगों (60 वर्ष से कम) को 6.5 फीसदी का रिटर्न दिया जा रहा है.
इसी तरह, Ujjivan SFB, Equitas SFB और ESAF SFB जैसे बैंकों में सीनियर सिटीजन्स को एक वर्ष की अवधि के लिए 7 प्रतिशत का रिटर्न दिया जा रहा है.
इसके अलावा, तीन स्मॉल फाइनेंस बैंक AU SFB, Capital SFB और Fincare SFB में ब्याज दर 7 फीसदी से कम है, लेकिन यह रेगुलर कमर्शियल बैंकों की तुलना में ज्यादा है.
AU SFB में ब्याज दर 6.85 फीसदी है, वहीं Capital SFB और Fincare SFB में वरिष्ठ नागरिकों को केवल 6.5% का रिटर्न दिया जा रहा है. यह किसी भी पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के बैंक से लगभग 100 आधार अंक ज्यादा है.
ताजा आंकड़ों के मुताबिक Canara बैंक सीनियर सिटीजन्स को एक साल के FD पर सबसे ज्यादा 5.7 प्रतिशत का रिटर्न दे रहा है. इसके बाद Punjab & Sindh बैंक (5.65%) और PNB (5.6%) का स्थान आता है.
दूसरी ओर, RBL बैंक वरिष्ठ नागरिकों को एक साल की FD पर 6.6 फीसदी का रिटर्न दे रहा है. इसी तरह, INDUSIND बैंक 6.5% और DCB बैंक इतने ही अवधि की FD के लिए बुजुर्गों को 6.2% ब्याज दर की पेशकश करता है.
2014-15 के केंद्रीय बजट में सबसे पहले इस नीति की घोषणा की गई कि स्मॉल फाइनेंस बैंकों की स्थापना की जाएगी. इसका मूल उद्देश्य समाज के पिछड़े और कम आय वाले लोगों को बैंकिंग गतिविधियों के ज़रिए वित्तीय सेवाएं प्रदान करना था.
SFB आरबीआई द्वारा विनियमित होते हैं. वे अपने ऋण का कम से कम 75% प्रायोरिटी सेक्टर को देते हैं. इन बैंकों के पास एक कॉर्पोरेट समूह के लिए बहुत बड़ा ऋण जोखिम नहीं है.
स्मॉल फाइनेंस बैंक कर्ज देने और डिपॉजिट लेने समेत सभी बुनियादी बैंकिंग गतिविधियां कर सकते हैं.