अपने करियर के सपनों को पूरा करने के लिए एजुकेशन लोन (Education Loan) बेहद लोकप्रिय हो रहे हैं. खासकर बात जब हायर एजुकेशन की आती है तो इन सपनों को पूरा करने के लिए एजुकेशन लोन (Education Loan) की जरूरत पड़ती है. महामारी के चलते नौकरियों और कमाई के मामले में काफी बुरे हाल हैं, इस दौरान एजुकेशन लोन (Education Loan) लेने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है. बैंक अब हायर एजुकेशन के लिए लोन पास करने में ज्यादा सावधानियां बरत रहे हैं. जबकि दूसरी तरफ, लोन बेहद सस्ती दरों पर बैंकों के जरिए मिल रहे हैं.
वर्तमान में सिर्फ 6.75 फीसदी की सालाना ब्याज दर एजुकेशन लोन बैंकों द्वारा ऑफर किया जा रहा है. आम तौर पर सरकारी बैंकों की ब्याज दर प्राइवेट की तुलना में कम होती है. आइए उन टॉप 9 बैंकों के बारे में जानते हैं, जो सबसे कम ब्याज दरों पर एजुकेशन लोन दे रहे हैं. इन बैंकों की लिस्ट में 8 बैंक सरकारी हैं. प्राइवेट बैंकों में सिर्फ IDBI बैंक का नाम ही इस लिस्ट में शामिल है. डालिए इन बैंकों की लिस्ट पर एक नजर.
बैंक ऑफ बड़ोदा 6.75 फीसदी की ब्याज दर पर 20 लाख रुपए तक का एजुकेशन लोन ऑफर कर रहा है. ये ब्याज दर पूरे देश में सभी बैंकों में सबसे कम हैं. इस लोन की अवधि सात साल है. सबसे कम ब्याज दर पर लोन देने वालों बैंकों की इस लिस्ट में दूसरा नाम यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का नाम है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया देश का सबसे बड़ा बैंक है. जो तीसरे स्थान पर है. एसबीआई 6.85 फीसदी की सालाना ब्याज दर पर एजुकेशन लोन दे रहा है. इसी दर पर बैंक ऑफ इंडिया और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया भी एजुकेशन लोन दे रहे हैं.
पंजाब नेशनल बैंक, केनरा बैंक और IDBI बैंक 6.90 फीसदी की सालाना दर से 20 लाख रुपए तक का एजुकेशन लोन सात साल की अवधि के लिए ऑफर कर रहे हैं. जबकि दूसरी तरफ, बैंक ऑफ महाराष्ट्र 7.05 फीसदी की सालाना ब्याज दर पर एजुकेशन लोन ऑफर कर रहा है.
दिसंबर 2020 तक कुल 3.5 लाख रुपए के एजुकेशन लोन में से 8263 करोड़ के लोन एनपीए साबित हुए. कुल बकाया एजुकेशन लोन 84,965 करोड़ रुपए और कुल लोन खातों की संख्या 23.3 लाख से अधिक है. यह राज्य स्तरीय बैंकर समिति के सूत्रों के आंकड़ों के अनुसार है.
कुल बकाया 84,965 करोड़ रुपए में से मेडिकल छात्रों को 10,147 करोड़ रुपए, इंजीनियरिंग छात्रों को 33,316 करोड़ रुपए, नर्सिंग 3,675 करोड़ रुपए, एमबीए 9,541 करोड़ रुपए और अन्य सभी धाराओं को मिलाकर 28,286 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया.