Digital Banking: कोविड-19 की वजह से देश के सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में काफी बुरा असर पड़ा है. इस बीच, इस कठिन समय में डिजिटल या कॉन्टैक्टलेस बैंकिंग का तेजी से विकास हो रहा है. लोग अब ऑनलाइन पेमेंट को काफी महत्व दे रहे हैं. बीते कुछ सालों के भीतर भारत में फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी तेजी से विकसित हुई है. जीएसटी, फाइनेंशियल इंक्लूजन और विमुद्रीकरण के कारण भी फिनटेक में उछाल आया. साथ ही, देश के कोने-कोने में बैकिंग सेवाओं का विस्तार करना भी एक चुनौती है. हालांकि, तकनीक की वजह से ऐसा कर पाना असंभव भी नहीं है. कई फिनटेक स्टार्टअप ऐसे तरीके इजाद कर रहे हैं, जिससे ग्रामीण कैशलेस मनी ट्रांसफर को लेकर प्रोत्साहित हों. Fincare Small Finance Bank, Ezeepay, BANKIT और JaiKisan जैसी कंपनियां फाइनेंशियल इंक्लूजन और Digital Banking के क्षेत्र में आक्रमक तरीके से काम कर रही है.
अब घर पर ही बैंकिंग को पसंद किया जा रहा हैं. मसलन, अगस्त 2018 में शुरू हुई दिल्ली एक फिनटेक कंपनी Ezeepay, देश के ग्रामीण इलाकों में काम कर रही है. इसके लिए Ezeepay ने डोरस्टेप डिजिटल सर्विसेज (DDS) लॉन्च किया.
कंपनी के फाउंडर और सीईओ शम्स तबरेज का कहना है, “Ezeepay DDS का मकसद ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराना और उसे आसान बनाना है. हमारी सेवाएं पूरी तरह से तकनीक आधारित है. पूरे उत्तर भारत में हमारा डीलर नेटवर्क है.”
इसी तरह मुंबई की कंपनी Jai Kisan देश के ऐसे स्थानों पर वित्तीय सेवाएं उपलब्ध करा रही है जहां बैंकों की संख्या बहुत कम है. इसके लिए इस स्टार्टअप ने ‘भारत खाता (Bharat Khata)’ नामक तकनीक पेश किया है.
इसके लिए लोग किफायती दरों पर वित्तीय सेवाएं प्राप्त कर सकते हैं. साथ ही यह कंपनी कृषि उत्पादों पर भी निवेश करती है.
Fincare Small Finance Bank ने हाल ही में करीब 39 हजार गांवों में कम्युनिटी बैंकिंग की शुरुआत की है. इसमें ग्राहकों को घर पर भी बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं.
इसमें बचत, लोन, पेंशन और बीमा जैसी सेवाएं शामिल हैं. साथ ही कंपनी विभिन्न निवेश विकल्पों पर भी सलाह देती है.
हालांकि, फिनटेक कंपनियों के लिए सुरक्षा का मामला एक बड़ी चिंता है. पुराने बैंकों को अपनी विरासत की वजह से विश्वसनीयता प्राप्त है. किंतु, नए स्टार्टअप के लिए यह आसान नहीं होता. हालांकि, उनकी अपनी खासियतें भी हैं.
ये ग्राहक की जरूरत के हिसाब से आसान बैंकिंग प्रक्रिया अपनाते हैं. तबरेज कहते हैं, “ग्राहकों की सुरक्षा में हमारी सबसे अहम प्राथमिकता है.
हम ऑडिटेड सर्वर और सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं. हम डेटा को स्टोर नहीं करते, हम ट्रांजैक्शन को पूरा करते हैं और डेटा को बैंक के पास भेज देते हैं. लेनदेन पूरा होने के बाद डेटा खुद-ब-खुद डिलीट हो जाता है.”