जब लोन के लिए अप्लाई करने और सेंक्शन करने की बात आती है, तो सिबिल स्कोर (CIBIL Score) किसी व्यक्ति का सबसे इंपॉर्टेंट पैरामीटर होता है. यह बताता है कि आपको नया लोन मिलेगा या नहीं. यह लोन के इंटरेस्ट रेट को भी निर्धारित करता है खासकर जब होम लोन, पर्सनल लोन या कार लोन की बात आती है. आम तौर पर ये स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, जो आपके पिछले रीपेमेंट क्रेडेंशियल को रिफ्लेक्ट करता है. लैंडर आमतौर पर क्रेडिट स्कोर की जांच तब करते हैं जब उन्हें किसी व्यक्ति से कोई लोन एप्लीकेशन रिसीव होती है ताकि यह पता लगाया जा सके कि लोन देने में कितना रिस्क है.
ट्रांससिबिल के अलावा सिबिल स्कोर कैलकुलेट करने के लिए इक्विफैक्स, एक्सपेरियन और CRIF हाई मार्क क्रेडिट इंफॉर्मेशन सर्विसेज मौजूद हैं.
आम तौर पर, आपकी उधार लेने की क्षमता आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करती है. इसलिए भविष्य में लोन लेने के लिए एक अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखना बहुत जरूरी है. TransCIBIL स्टडी के अनुसार, क्रेडिट कार्ड, होम लोन, कार लोन और दूसरे फाइनेंशियल प्रोडक्ट के लिए अप्लाई करते समय कम क्रेडिट स्कोर के कारण 10 में से लगभग 4 एप्लीकेशन को रिजेक्ट कर दिया जाता है.
सिबिल स्कोर आम तौर पर कई चीजों पर निर्भर करता है. CIBIL स्कोर को कैलकुलेट के लिए हर फैक्टर उतना ही जरूरी है. सिबिल स्कोर को प्रभावित करने वाले फैक्टर:
पेमेंट हिस्ट्री: पेमेंट में देरी या आपके EMI पेमेंट में डिफॉल्ट क्रेडिट स्कोर पर बहुत खराब प्रभाव डालता है.
क्रेडिट का मिक्स: एक बैलेंस्ड क्रेडिट स्कोर में असुरक्षित और सुरक्षित दोनों तरह के लोन शामिल होते हैं. विभिन्न प्रकार के लोन का यह मिक्सचर, क्रेडिट स्कोर पर पॉजिटिव इफेक्ट डालता है क्योंकि ये इंडिकेट करता है कि वो व्यक्ति अपने फाइनेंस के बारे में बहुत सावधान है.
मल्टीपिल इन्क्वायरी: कई लोन के बारे में पूछताछ का भी स्कोर पर खराब प्रभाव पड़ सकता है क्योंकि यह दिखाता है कि मौजूदा लोन जुड़ सकता है.
क्रेडिट यूज: एक हाई क्रेडिट यूज बढ़ते डेट को इंडिकेट करता है जो सिबिल स्कोर पर नेगेटिव इफेक्ट डाल सकता है.
देश में तीन एजेंसियां हैं जो सिबिल स्कोर कैलकुलेट करती हैं. लेकिन ट्रांसयूनियन सिबिल लीडिंग एजेंसी है. TransUnion CIBIL भारत की सबसे पुरानी क्रेडिट इनफॉर्मेशन कंपनियों में से एक है, जो बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों के व्यक्तियों पर डेटा कलेक्ट करती है. इस जानकारी के आधार पर, प्रत्येक व्यक्ति की क्रेडिट इनफार्मेशन रिपोर्ट (CIR) उसी के अनुसार बनाई जाती है.
आपके CIR के अकाउंट और इन्क्वायरी सेक्शन की जानकारी आपके सिबिल स्कोर पर सबसे अधिक प्रभाव डालती है.
एक अच्छा सिबिल स्कोर आपको हमेशा नया लोन लेने में दूसरों से आगे बढ़त दिलाता है. लैंडर आमतौर पर 750 या उससे अधिक के सिबिल स्कोर को एक अच्छा स्कोर मानते हैं. इस तरह का स्कोर आपको अपने लोन पर कॉम्पिटिटिव इंटरेस्ट रेट प्राप्त करने में मदद करता है, यह आपको तेजी से क्रेडिट एक्सेस करने में भी मदद करता है, और आपको हाई लोन अमाउंट दिलाने में भी सहायता करता है.
एक्सीलेंट: 900 से 800
बहुत अच्छा: 799 से 740
अच्छा: 739 से 670
ठीक: 669 से 580
खराब: 579 से 300
620-630 से ऊपर का क्रेडिट स्कोर रखने वाला कोई भी व्यक्ति काफी ठीक माना जाता है. लेकिन एक क्विक लोन सेक्शन, या क्रेडिट कार्ड के लिए, स्कोर 730 और 900 के बीच होना चाहिए.
अपना स्कोर चेक करें
आप अपना सिबिल स्कोर ऑनलाइन चेक कर सकते हैं. आपको बस एक फाइनेंशियल सर्विस कंपनी की वेबसाइट पर जाना है, ‘फ्री सिबिल स्कोर कैलकुलेटर’ में डिटेल भरना है और एस्टिमेटेड स्कोर प्राप्त करना है.
इसके अलावा, कोई भी व्यक्ति सिबिल की ऑफिशियल वेबसाइट (https://www.cibil.com/creditscore/) पर टोकन अमाउंट पे करके कुछ सिंपल स्टेप फॉलो करके एक साल में अपना क्रेडिट स्कोर निःशुल्क प्राप्त कर सकता है.