Cheque: बैंक ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी के मामले आए दिन सामने आते हैं. खासकर चेक ( Cheque) से संबंधित मामलों में यह फ्रॉड तेजी से बढ़े हैं.
ऐसे में अगर चेक से लेन—देन करना हो, तो कुछ बातों का ख्याल रखना जरूरी है. जिससे फ्रॉड की घटनाओं से बचा जा सके.
चेक पर डाली गई डेट यानी तारीख एक महत्वपूर्ण फैक्ट है. ध्यान रहे कि जो तारीख आप चेक पर अंकित कर देंगे उससे तीन माह की अवधि तक ही चेक वैलिड होगा.
तारीख लिखते समय माह, वर्ष और तारीख तीनों को ध्यानपूर्वक भरें. साथ ही चेक पर तारीख डालने में अगर कोई गलती हो जाए, तो उसे ओवरराइट करने की बजाय दूसरे चेक इस्तेमाल करना बेहतर रहेगा.
बैंक में लेनदेन करते समय जिस चीज का सबसे ज्यादा महत्व होता है, वह खाताधारक के हस्ताक्षर होते हैं. बैंक अधिकारी हस्ताक्षर में थोड़ा सा भी शक होने पर चेक को रोक सकता है.
जब भी चेक साइन करें तो याद रखें कि आपको वैसे ही साइन करने हैं, जैसे संबंधित बैंक ब्रांच रिकॉर्ड में हैं.
अगर आप किसी के बैंक अकाउंट में सीधे पेमेंट करना चाहते हैं, तो चेक पर अकाउंट पेयी डालना न भूलें. इसके लिए चेक के लेफ्ट और टॉप कॉर्नर पर डबल क्रॉस लाइन के बीच A/C Payee लिखा जाता है.
चेक पर सबसे नीचे मौजूद सफेद पट्टी पर एक MICR कोड होता है. जब भी चेक का इस्तेमाल करें, तो ध्यान रखें कि इस MICR कोड को किसी तरह का नुकसान न पहुंचे.
MICR बैंड पर न लिखें. साइन, मार्क, पिन, स्टैपल, पेस्ट, फोल्ड नहीं करें. जब आप किसी चेक को कैंसल करते हैं, तो MICR बैंड को फाड़ दें और पूरे चेक के ऊपर कैंसल लिख दें.
जब भी किसी को चेक से पेमेंट किया जाता है, तो राशि को 2 बार यानी एक बार शब्दों में और एक बार अंकों में लिखा जाता है. ध्यान रहे कि शब्दों और डिजिट के बीच ज्यादा स्पेस न हो. ज्यादा स्पेस होने से अमांउट में छेड़छाड़ होने की गुंजाइश होती है.
चेक कर लें कि जो अमाउंट शब्दों में भरा है, वहीं, अमाउंट अंकों में भी हो. चेक में शब्दों और अंकों में धनराशि डालने के बाद उसके पीछे ‘/-‘ का साइन बनाना बेहद जरूरी है. शब्दों में धनराशि डालते वक्त यह साइन लगाने से पहले ‘ओनली’ लिख देना भी बेहतर रहता है.
जब भी किसी को चेक दें, तो उसकी डिटेल्स जैसे चेक नंबर, अकाउंट का नाम, अमाउंट और डेट जरूर नोट कर लें. चेक जमा करते समय आप जो फॉर्म भरते हैं, वह दो हिस्सों में होता है.
चेक जमा करने के बाद आप अपनी स्लिप को संभाल कर रखें. क्योंकि चेक खो जाने की स्थिति वही एक मात्र ऐसा दस्तावेज होता है, जिस पर आपके चेक की डिटेल रहती है.