एक जमाना था जब उच्च शिक्षा या बच्चों को विदेश पढ़ने के लिए पेरेंट्स को लोन लेना पड़ता था. लेकिन, अब तो बच्चों की नर्सरी की फीस ही माता-पिता को चिंता में डाल देती है. आमतौर पर पैरेंट्स अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए टॉप स्कूलों में एडमिशन कराना चाहते हैं, लेकिन बड़े-बड़े पब्लिक स्कूलों की मोटी फीस भरना हर किसी के बस की बात नहीं है. हालांकि, पेरेंट्स के इस सपने को पूरा करने के लिए बेहद कम ब्याज पर कई बैंक लोन ऑफर करते हैं. बैंक ऑफ बड़ौदा समेत देश के कई बड़े बैंक बच्चों की नर्सरी से 12 तक की स्कूल की पढ़ाई के लिए लोन मुहैया करा रहे हैं. हम यहां कुछ ऐसे ही बैंकों के बारे में बता रहे हैं.
बैंक ऑफ बड़ौदा
बैंक ऑफ बड़ौदा की ”विद्या स्कीम” के तहत नर्सरी से लेकर 12वीं क्लास तक के बच्चों की एजुकेशन के लिए लोन मिलता है. अहम बात यह है कि इस लोन को बिना किसी प्रोसेसिंग फीस, मार्जिन और सिक्योरिटी के दिया जाता है. इस स्कीम में 1 साल के लिए अधिकतम 4 लाख का लोन दिया जाता है. लड़कियों की पढ़ाई के लिए लोन लेने पर ब्याज में 0.50 फीसदी की छूट मिलती है. इस लोन में स्कूल या कॉलेज की फीस, किताब, कंम्प्यूटर और लैपटॉप के चार्ज कवर होते हैं. इस लोन के बारे में ज्यादा जानकारी आप बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं.
इलाहाबाद बैंक
इलाहाबाद बैंक की ज्ञान दीपिका स्कीम के तहत बच्चे की नर्सरी से 12वीं तक की स्कूल फीस के लिए एजुकेशन लोन दिया जाता है. इस लोन में बैंक एडमिशन फीस, एग्जामिनेशन फीस, लाइब्रेरी फीस, हॉस्टल चार्ज, किताबों-यूनिफॉर्म का खर्च, कंप्यूटर का खर्च आदि कवर करता हैं. इस स्कीम के तहत अधिकतम 1 लाख तक का लोन मिलता है. इस लोन के लिए किसी भी तरह का सामान गिरवी रखने की जरूरत नहीं है. बैंक रिपेमेंट की क्षमता के आधार पर माता-पिता को यह लोन मिलता है. इस लोन को 3 साल के भीतर चुकाना होगा.
इंडियन बैंक
इसी तरह इंडियन बैंक बालविद्या के नाम से एक स्कीम चलाता है. बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, इस स्कीम के तहत बैंक नर्सरी से 12वीं क्लास तक के बच्चे की स्कूल एडमीशन फीस, किताबों व यूनिफॉर्म का खर्च, कंप्यूटर फीस, ट्रान्सपोर्टेशन फीस आदि को लेकर सालाना आधार पर मदद करता है. यह मदद 30,000 रुपए प्रति परिवार होती है. बैंक सरकारी, प्राइवेट या सेल्फ इंप्लॉयड लोगों को यह मदद उपलब्ध कराती है, हालांकि इसके लिए आपका बैंक में न्यूनतम 3 साल से सेविंग्स अकाउंट होना जरूरी है.
तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक
तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक शॉर्ट टर्म स्टडी लोन के नाम से बच्चों की स्कूल एजुकेशन के लिए एक स्कीम चलाता है. इसके तहत बैंक आपको सालाना अधिकतम 25,000 रुपए या फिर मां या पिता की 3 माह की ग्रॉस सैलरी, जो भी कम हो, जितनी मदद देता है.
ISFC
NBFC कंपनी ISFC भी शिष्य फाइनेंस स्कीम के तहत स्कूल की फीस के लिए लोन देती है. इस स्कीम के तहत एक साल के लिए अधिकतम 2 लाख का लोन मिल सकता है. इस लोन के लिए माता पिता को किसी भी तरह का सिक्योरिटी गिरवी रखने की जरूरत नहीं है. लोन लेने वाले माता-पिता की उम्र 25 से 55 साल होनी चाहिए. यह लोन सैलरीड और सेल्फ एंप्लॉयड, सभी माता-पिता को मिल सकता है.