इस संदिग्‍ध SMS से खाली हो रहा अकाउंट! बैंक ग्राहकों को कर रहे सावधान, यहां जानिए पूरी डिटेल

Bank Fraud: बैंकों ने खाताधारकों को संदिग्ध एसएमएस से सावधान रहने की चेतावनी दी है जो उन्हें बैंकिंग विवरण साझा करने में धोखा दे सकते हैं.

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Bank Fraud: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई (SBI-State Bank of India), एचडीएफसी बैंक और आरबीएल बैंक समेत देश के अग्रणी बैंक अपने ग्राहकों को सावधान रहने की सलाह दे रहे हैं. डिजिटल बैंकिंग की दुनिया में साइबर सुरक्षा अब एक चिंता का विषय है. आपकी एक गलती सालों की मेहनत की कमाई को बर्बाद कर सकती है. बैंकों ने खाताधारकों को संदिग्ध एसएमएस से सावधान रहने की चेतावनी दी है जो उन्हें बैंकिंग विवरण साझा करने में धोखा दे सकते हैं.

इस तरह का SMS आए तो हो जाएं सावधान

साइबर एक्सपर्ट बताते हैं कि फॉर्ड करने वाले इस तरह का मैसेज भेजकर लोगों से डॉक्युमेंट अपडेट करने के लिए कहते हैं. जैसे ही वो लिंक पर क्लिक करते है तो वहां एक फॉर्म खुलता है और उनसे ATM नंबर समेत कई निजी जानकारियां मांगी जाती है. जैसे ही ये जानकारी अपडेट होती है. वैसे ही ये जालसाज खाते से पैसे निकाल लेते है. जिस तरह धोखाधड़ी का ‘फ़िशिंग’ वर्ग ईमेल पर होता है, उसी तरह एसएमएस संदेशों के माध्यम से एसएमएसिंग होता है.

लगातार बढ़ रही संख्या

साइबर क्राइम विशेषज्ञ रीत्विका बनर्जी ने मनी 9 को बताया कि एसएमशिंग विशिंग की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. कोरोना महामारी के कारण लगे प्रतिबंधों के कारण, अधिक से अधिक ग्राहक ऑनलाइन बैंकिंग का सहारा ले रहे हैं. साइबर अपराधी इस बात का फायदा उठा रहे हैं और एसएमएस के जरिए भी ग्राहकों से संपर्क कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में इन मामलों की संख्या में इजाफा हुआ है.

इस तरह से कर सकते हैं बचाव

“SMShing सहित साइबर धोखाधड़ी से खुद को बचाने के कई तरीके हैं. किसी भी लिंक पर क्लिक न करें, चाहे वह ईमेल, एसएमएस या व्हाट्सएप के माध्यम से आए, जब तक कि आप इसे भेजने वाले को नहीं जानते हों.

यहां तक ​​कि अगर आप गलती से या जानबूझकर लिंक पर क्लिक करते हैं, तो एक पल के लिए रुकें और आगे की कार्रवाई करने से पहले वेबसाइट के यूआरएल की जांच करें.

बनर्जी के मुताबिक, कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी या वित्तीय जानकारी एसएमएस, कॉल या ईमेल के जरिए किसी के साथ साझा न करें और संदिग्ध प्रयास के बारे में अपने बैंक को रिपोर्ट भी दर्ज करें.

भारत में साइबर अपराध

साइबर क्राइम से जुड़ी घटनाओं में साल 2020 में बढ़ोतरी देखी गई है. साइबर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर कंपनी नॉर्टन लाइफलॉक की एक सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक साल में करीब 2.7 करोड़ भारतीय साइबर चोरी के शिकार हुए हैं.

2020 में, साइबर अपराध के कारण वैश्विक नुकसान $6 ट्रिलियन था, जो कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद और बीएसई में सभी कंपनियों के संचयी मार्केट कैप से अधिक है.

यहां देखिए बैंक का ट्वीट

Published - June 11, 2021, 11:06 IST