जानिए तेजी से बढ़ती महंगाई के बीच आप अपने पैसों को कहां करें निवेश 

Bank FD: कोविड-19 की वजह से अर्थव्यवस्था में आई मंदी की असर रियल एस्टेट (Real Estate) की कीमतों पर भी पड़ा है.

mutual fund, debt mutual fund, MF scheme, stock markets, nav

Picture: Pixabay - यदि आपको इमर्जेंसी के लिए फंड की ज़रूरत है और दूसरा कोई विकल्प नहीं है, तभी म्यूचुअल फंड के युनिट बेचने चाहिए.

Picture: Pixabay - यदि आपको इमर्जेंसी के लिए फंड की ज़रूरत है और दूसरा कोई विकल्प नहीं है, तभी म्यूचुअल फंड के युनिट बेचने चाहिए.

बढ़ती महंगाई और फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) पर कम ब्याज दर से कम हो रही बचत. यह छोटे निवेशकों के लिए दोहरी परेशानी है. ऐसा इसलिए क्योंकि वर्तमान में बैंक डिपॉजिट (Bank FD) 5.5% के बराबर रिटर्न दे रहे हैं जबकि महंगाई की दर 7% है. Bank FD पर रिटर्न की वास्तविक दर 1.4% के साथ नकारात्मक हो रही है. ऐसे में छोटे निवेशक परेशान हैं कि उन्हें अपने पैसे बचाने चाहिए या फिर खर्च करने चाहिए. ऐसी स्थिति में सवाल यह भी उठता है कि आप अपने पैसे कहां निवेश करें? हम आपको बताते हैं कि कैसे कम ब्याज वाली स्थिति का फायदा उठाया जा सकता है.

होमलोन

अगर आप घर खरीदने चाहते हैं, लेकिन उच्च ब्याज दर एक परेशानी थी तो ये समय कदम उठाने के लिए अच्छा है. अच्छी खबर ये है कि आपको अपने बजट (Budget) को लेकर ज़्यादा मुश्किल नहीं होगी क्योंकि कोविड-19 की वजह से अर्थव्यवस्था में आई मंदी की असर रियल एस्टेट (Real Estate) की कीमतों पर भी पड़ा है.

डेट फंड

जब एफडी (Bank FD) कम रिटर्न दे रहे हैं, तो आप शॉर्ट टर्म डेट फंड (Short term debt fund) में निवेश के बारे में सोच सकते हैं. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि अगले साल रिटर्न पिछले साल जितना अधिक नहीं हो सकता है. पिछले साल शॉर्ट टर्म डेट फंड्स (Short term debt Funds) ने करीब 10% रिटर्न दिया था. बंगलुरु की फाइनेंशियल प्लानिंग (Financial Planning) फर्म इंटरनेशनल मनी मैटर्स के संस्थापक और सीईओ लोवई नवलखी कहते हैं, चूंकि फोकस विकास पर है, डेट फंड शायद पिछले साल जितना बढ़िया रिटर्न नहीं दे सकेंगे. नवलखी कहते हैं, छोटी अवधि के लिए एफडी की दरें महंगाई की दर से कम होती हैं लेकिन लंबी अवधि के लिए ब्याज दर और महंगाई दर में अंतर नहीं होगा.

सिस्टमैटिक विड्रॉल

अगर आप एक वरिष्ठ नागरिक (Senior Citizen) हैं और कुछ नियमित आय चाहते हैं तो एक सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (SWP) शुरू करने पर विचार करें. ये टैक्स के लिहाज से बढ़िया हैं. क्योंकि, आप केवल लाभ पर टैक्स का भुगतान करते हैं ना कि पूरी राशि पर.

ध्यान दें: मान लीजिए कि आपने 5% की एफडी में 10 लाख रुपए निवेश किए हैं. अगर आप टॉप टैक्स ब्रैकेट में आते हैं, तो आपको 50,000 रुपए के ब्याज पर लगभग 15,000 रुपए टैक्स चुकाने होंगे. लेकिन, अगर आप एफडी के बजाय SWP शुरू करते हैं तो आपका टैक्स बिल काफी कम हो जाएगा. मान लिया जाए कि रिटर्न एक समान है और आप हर साल डेट फंड से 50,000 रुपए निकालते हैं तो आपको कैपिटल गेन वाले हिस्से पर टैक्स देना होगा जो कि 2500 रुपए (50,000-52,500) होगा. टैक्स की राशि सिर्फ 750 रुपए होगी.

फिक्स्ड इनकम पसंद करने वाले LIC की प्रधानमंत्री वय वंदना योजना में निवेश करने पर भी विचार कर सकते हैं. स्कीम में 60 साल या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए तत्काल पेंशन देती है. हर साल की शुरुआत में सरकार ब्याज दरों की समीक्षा करती है. फिलहाल, सालाना दर 7.40% है.

लक्ष्य आधारित निवेश

विशेषज्ञों के मुताबिक, अपने लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए हमेशा निवेश करें. पीकअल्फा इंवेस्टमेंट की डायरेक्टर प्रिया सुंदर के मुताबिक, निवेश के फैसले से पहले आपको निवेश और लक्ष्य की अवधि को मिलाना जरूरी है. साथ ही आपको इनकम लेवल और टैक्स ब्रैकेट को भी देखना होगा और फिर यह तय करना होगा आपके लिए क्या बेहतर है.

Published - July 7, 2021, 05:01 IST