अगर आपका बैंक खाता (Bank Account) पूर्ववर्ती इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank) में है तो आपको बैंक से संपर्क करना होगा. ऐसा नहीं करने पर 15 फरवरी से ट्रांजेक्शन में समस्या आ सकती है. क्योंकि इलाहाबाद बैंक का इण्डियन बैंक के साथ तकनीकी मर्जर हो जाने के बाद Allahabad Bank की शाखाओं के आईएफएससी कोड बदल जाएंगे. 15 फरवरी, 2021 से आपकी शाखा के पुराने IFSC कोड काम नहीं करेंगे. अगर कोई पुराने कोड का इस्तेमाल करेगा तो पैसे ट्रांसफर नहीं होंगे. आपको बता दें कि 1 अप्रैल 2020 से इलाहाबाद बैंक का Indian Bank में मर्जर हो चुका है. आरटीजीएस (RTGS), एनईएफटी (NEFT), आईएमपीएस (IMPS) के लिए ‘IDIB’ से शुरू होने वाला अपना नया आईएफएस कोड जानने के लिए अपनी होम ब्रांच से संपर्क करें.
ऐसे मिलेगा नया IFSC कोड
Bank ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो ट्वीट किया है. इस वीडियो में बैंक ने ग्राहकों को नया IFSC कोड प्राप्त करने का प्रोसेस बताया है. बैंक के मुताबिक, नया IFSC कोड आप बैंक की वेबसाइट पर जाकर या अपने निकटतम इण्डियन बैंक शाखा से प्राप्त कर सकते हैं.
इस तरह भी जाने कोड
वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर जाने के बाद आप शाखा का पुराना IFSC कोड भरें. इसको सबमिट करने के बाद आपको नया IFSC एवं MICR कोड प्राप्त होगा. नया IFSC कोड ग्राहक 15 फरवरी, 2021 से इस्तेमाल कर पाएंगे.
क्या होता है IFSC कोड?
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए बैंक अकाउंट नंबर के साथ बैंक का IFSC यानी इंडियन फाइनेंशियल सिस्टम कोड एड करना पड़ता है. IFSC कोड 11 अंकों का होता है. आईएफएससी कोड में शुरू के चार अक्षर बैंक के नाम को दर्शाते हैं. IFSC कोड का इस्तेमाल इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट के दौरान किया जाता है. IFSC कोड का इस्तेमाल नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT) और रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) में कर सकते हैं.
जाने MICR कोड के बारे में
MICR कोड को मैगेनेटिक इंक कैरेक्टर रिक्निशन (Magnetic Ink Character Recognition) होता है . जैसा कि आप इसके नाम से ही समझ सकते हैं. एमआईसीआर कोड चेक पर मैग्नेटिक इंक से प्रिंट किया जाता है. इससे मुख्य रूप से एक सिक्योरिटी बारकोड की तरह ट्रांजैक्शन को प्रोटेक्ट करने के लिए उपयोग किया जाता है.