Toll Plaza: देश में वाहनों की आवाजाही के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीतिन गडकरी ने आज लोकसभा में कहा कि आने वाले 1 साल के अंदर भारत को टोल और नाकाओं से मुक्त कर दिया जाएगा. देश की सड़कों से अब टोल प्लाजा को खत्म कर दिया जाएगा. मतलब देश 1 साल में टोल फ्री बन जाएगा. इस दौरान FASTag को पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा. अब गाड़ियों में ग्लोबल पॉजिशनिंग सिस्टम (GPS) सिस्टम लगाया जाएगा, जिसकी मदद से टोल शुल्क का भुगतान हो सकेगा. इसके बाद किसी को भी टोल के लिए रुकने की जरूरत नहीं होगी.
सारे टोल बूथ खत्म होंगे
गडकरी ने गुरुवार को कहा कि अभी देश में करीब 93 फीसदी गाड़ियां FASTag के जरिए टोल पेमेंट कर रही हैं. लेकिन 7 फीसदी में अभी यह लगाया जाना है. जबकि FASTag न होने पर टोल दोगुना कर दिया गया है. टोल बूथ हटाने का काम एक साल में पूरा कर लिया जाएगा. लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान उन्होंने यह जानकारी दी है. गडकरी ने कहा टोल सिस्टम में खामियां हैं. अब गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा जिसकी मदद से टोल शुल्क का भुगतान हो सकेगा और इसके बाद इस तरह के टोल बूथ की जरूरत नहीं होगी.
जितना सफर उतना टोल
गडकरी ने बताया कि टोल प्लाजा खत्म होने के बाद GPS के जरिए टोल की वसूली होगी. सड़क की एंट्री और एग्जिट प्वाइंट्स पर कैमरे होंगे. जब आप किसी सड़क पर एंट्री करेंगे और जहां निकलेंगे, दोनों जगह पर आपकी इमेज कैमरे से रिकॉर्ड कर ली जाएगी. इस हिसाब से आपसे टोल लिया जाएगा. यानी जितना सफर यात्री करेंगे सिर्फ उतना ही टोल कटेगा, आपको कहीं पर भी रुकने की जरूरत नहीं होगी. नितिन गडकरी ने ऐलान किया कि अब GSP सिस्टम नई गाड़ियों में लगकर आ रहा है, लेकिन पुरानी गाड़ियों में हम GPS फ्री में लगाकर देंगे.
FASTag अनिवार्य
गडकरी ने कहा कि अभी टोल की मौजूदा व्यवस्था में चोरियां भी बहुत होती थीं. अभी कोविड के कार्यकाल में हमारा टोल कलेक्शन 24 हजार करोड़ रुपये सालाना था, जो कि 10 हजार करोड़ रुपये कम होना चाहिए था. लेकिन हम FASTag लेकर आए, जो कि 93 परसेंट लागू हो चुका है, बाकी 7 परसेंट डबल टोल देकर जा रहे हैं, क्योंकि वो रिकॉर्ड नहीं होना चाहते हैं. अब मैंने आदेश दिया है कि इन पर पुलिस कार्रवाई की जाए.