जीएसटी कम होते ही इस कार कंपनी ने एम्बुलेंस की कीमत में कर दी इतनी कटौती

MSI: ईको एम्बुलेंस पर जीएसटी की दर 28 फीसदी की पहले की दर से घटकर 12 फीसदी हो गई है. दिल्ली में लागू संशोधित कीमत 6,16,875 रुपये होगी.

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  • Updated Date - June 18, 2021, 05:55 IST
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MSI: सरकार द्वारा जीएसटी की दर में की गई कमी का असर दिखने लगा है. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने ईको एम्बुलेंस की कीमत में 88 हजार रुपये की कटौती कर दी है.

ये कहा कंपनी ने

मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) ने शुक्रवार को कहा कि उसने इस तरह के वाहनों पर जीएसटी दर में कटौती के अनुरूप अपनी वैन ईको के एम्बुलेंस संस्करण की कीमतों में 88,000 रुपये की कमी कर 6,16,875 रुपये (एक्स-शोरूम दिल्ली) कर दी है.

ईको एम्बुलेंस पर जीएसटी की दर 28 फीसदी की पहले की दर से घटकर 12 फीसदी हो गई है. एमएसआई ने एक नियामक फाइलिंग में कहा, ” ईको एम्बुलेंस की एक्स-शोरूम कीमत में कमी होगी और दिल्ली में लागू संशोधित कीमत 6,16,875 रुपये होगी.

” यह परिवर्तन कंपनी द्वारा डीलरों को चालान किए गए वाहनों के साथ-साथ डीलरशिप द्वारा ग्राहकों को चालान किए गए वाहनों के लिए अधिसूचना की तारीख, 14 जून से लागू है.

एंबुलेंस समेत इन चीजों की दरों में की थी कमी

वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग ने 14 जून को COVID-19 से संबंधित हैंड सैनिटाइज़र, पल्स ऑक्सीमीटर, BiPAP मशीन, परीक्षण किट, एम्बुलेंस और तापमान जांच उपकरण के लिए कम दरों को अधिसूचित किया था.

अब मारुति भी ला रही है ‘iMT’ कारें

जब से किआ मोटर्स और ह्यूंदै ने अपनी मॉडल्‍स किआ सेल्टोस, किआ सोनेट, ह्यूंदै वेन्यू और ह्यूंदै i20 में इटेंलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन (iMT) का फीचर लॉन्च किया है, तब से उनकी बिक्री बढ़ गई है.

वे बाकी ऑटो कंपनियों से भी आगे निकल गई हैं. इसी को ध्यान में रखकर देश की नंबर वन कार कंपनी मारुति सुजुकी अपनी वैगन आर, स्विफ्ट, बलेनो, विटारा ब्रेजा और सियाज में iMT का फीचर दे सकती है.

हालांकि मारुति की तरफ से इस टेक्नोलॉजी को लेकर आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन ट्रेडमार्क फाइल करने की रणनीति इसी कोशिश का नतीजा मानी जा रही है.

आईएमटी से लेस कार में क्लच पैडल नहीं होता है. ड्राइवर के फुटवेल एरिया में सिर्फ दो ही पैडल लगे होते हैं. एक्सीलेटर और ब्रेक. इसमें सेंट्रल में गियरबॉक्स दिया होता है.

आईएमटी टेक्नोलॉजी से लेस कार में ड्राइवर को हाथ से गियर को बदलना होता है, लेकिन इसमें गियर बदलते समय क्लच दबाने की जरूरत नहीं पड़ती.

इसके लिए क्लच-बाय-वायर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाता है. आईएमटी गियरबॉक्स में इंटेंशन सेंसर का इस्तेमाल होता है. इसमें जब ड्राइवर गियर बदलने वाला होता है, तो सेंसर इसका सिग्नल ट्रांसमिशन कंट्रोल यूनिट यानी टीसीयू को देता है.

इसके बाद टीसीयू क्लच प्लेट एंगेज और डिसएंगेज करने के लिए हाईड्रॉलिक एक्चुएटर को सिग्नल देता है और ड्राइवर गियर बदलता है.

Published - June 18, 2021, 05:55 IST