एक तरफ कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. दूसरी तरफ मदद करने वालों का कारवां भी बढ़ता ही जा रहा है.
दिग्गज ऑटो निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (Mahindra & Mahindra) अपने किसी भी एंप्लॉयी की कोविड-19 से मृत्यु होने पर परिवार सहायता कार्यक्रम के तहत आश्रितों को 5 साल तक वेतन देगी.
साथ ही महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (Mahindra & Mahindra) एंप्लॉयी की सालाना इनकम की दोगुनी राशि एकमुश्त देगी.
महिंद्रा समूह के प्रबंध निदेशक और सीईओ अनीश शाह ने अपने कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में यह जानकारी दी है.
अपनी चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि M&M ने अपने कर्मचारियों के लिए एक परिवार सहायता नीति शुरू की है, जिसके तहत कंपनी अपने किसी कर्मचारी के निधन पर बच्चों की पढ़ाई के लिए कक्षा 12 तक प्रति वर्ष प्रति बच्चा दो लाख रुपये तक की मदद देगी.
शाह ने M&M के 25,000 कर्मचारियों को संबोधित पत्र में कहा, ‘‘हम यहां कोविड-19 के प्रकोप से पीड़ित परिवारों के बोझ को बांटने और कम करने में मदद के लिए मौजूद हैं. कुछ परिवारों को अपने प्रियजन के अचानक निधन का सामना करना पड़ा है और घर चलाने की अप्रत्याशित जिम्मेदारी उठानी पड़ी है. हम चाहते हैं कि आप जान लें कि आप अकेले नहीं हैं और हम यहां आपकी मदद के लिए खड़े हैं.’’
कोरोना महामारी को देखते हुए महिंद्रा एंड महिंद्रा (Mahindra & Mahindra) ने बड़ा फैसला लिया है. कंपनी मार्च 2022 तक 80 हजार डीलरशिप कर्मचारियों के वैक्सीनेशन का खर्च उठाएगी.
इसके लिए प्रति व्यक्ति 1500 रुपये रीइंबर्स किए जाएंगे. यही नहीं, इलाज के लिए एक वर्ष के लिए एक लाख रुपये का मेडिकल इंश्योरेंस भी दिया जाएगा. इसके अलावा महामारी के कारण डीलरशिप कर्मचारी की मृत्यु के मामले में, मृतक के परिवार को 2.5 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी.
डीलरों को लिखी चिट्ठी में कंपनी ने डीलरशिप के प्रत्येक कर्मचारी को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कहा है. कंपनी मार्च 2022 तक अपने डीलर्स के हर कर्मचारी पर वैक्सीन के दो डोज का खर्च खुद उठाएगी.
इसके लिए प्रति व्यक्ति 1500 रुपये रीइंबर्स किए जाएंगे. इसके अलावा, एमएंडएम ने कहा है कि कोविड-19 उपचार के लिए 1 लाख रुपये का एक साल का चिकित्सा बीमा भी प्रदान किया जाएगा. इसमें 10,000 रुपये तक की होम क्वारंटीन सहायता भी शामिल होगी.
बीते दिनों महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने खुद ट्वीट करते हुए इसकी पुष्टि की है और कहा है कि अगर हम कहते हैं कि हमारे डीलर पार्टनर हमारे परिवार का हिस्सा हैं तो हमें इसे साबित भी करना होगा. पिछले दो महीनों में, कई कंपनी के सहयोगी भारी कठिनाइयों से गुजरे हैं.