Battery: कार में बैटरी की अपनी अहमियत है. गाड़ी में बैटरी (Battery) का सही होना बहुत जरूरी है. अक्सर देखा जाता है कि एक बार बैटरी इंस्टाल करने के बाद लोग उसकी देखरेख करना भूल जाते हैं.
कार की बैटरी के साथ ज्यादातर डिस्चार्ज होने की समस्या आने लगती है. इसीलिए आज हम आपको कार की बैटरी की देखभाल कैसे करनी है ये बताने जा रहे हैं.
गाड़ी की सर्विसिंग कराते समय मैकेनिक बैटरी के टर्मिनल पर ग्रीस लगा देते हैं, लेकिन एक्सपर्ट ऐसा करने से मना करते हैं. टर्मिनल पर ग्रीस लगाने से बैटरी खराब हो सकती है.
इसलिए ग्रीस की जगह पैट्रोलियम जैली या फिर रोजमर्रा के प्रयोग में आने वाली वैसलीन का प्रयोग कर सकते हैं.
बैटरी एक्सपर्ट की मानें, तो महीने में दो बार बैटरी की जांच करना अनिवार्य है. कई बार कार की बैटरी के कनेक्शन पर एसिड या गंदगी जम जाती है, इस कारण भी वह अच्छी तरह से चार्ज नहीं हो पाती है. इसलिए बीच-बीच में उन्हें देखें और साफ करें.
किसी भी बैटरी की लाइफ 3-4 साल की होती हैं. हालांकि कुछ कंपनियां बैटरी पर 5 साल की वारंटी देती हैं, लेकिन बैटरी 3-4 साल के भीतर ही खराब होने लगती हैं. इस बात का भी आपको ध्यान रखना होगा.
अगर आपकी कार चलते-चलते हीट हो जाए, तो याद रखिये इसका असर कार की बैटरी पर भी पड़ता है. ऐसे में कार की बैटरी का पानी जल्दी सूख जाता है. इससे बैटरी जल्दी ऑक्सीडाइज्ड हो जाती है. इसलिए समय-समय पर इंजन की देखभाल बेहद जरूरी है.
गाड़ी को अगर लंबे समय तक चलाया न जाए, तो ये खराब हो जाती है . इसीलिए बैटरी की सेहत के लिए जरूरी है कि आप अपनी गाड़ी को चलाते रहें. अगर रोज रोज आप गाड़ी नहीं चलाते, तो गाड़ी को अल्टरनेट डेज पर थोड़ी दूरी के लिए लेकर जाएं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि बैटरी गर्मी के मौसम में ज्यादा खराब होती है. इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि गर्मी में बैटरी जल्दी गर्म होती है और ओवरचार्ज होती है, जिससे बैटरी जल्दी खराब होने लगती है.
ड्राइव करते समय अगर हॉर्न ठीक से न बजे या रात में ड्राइव करते समय अगर हेडलाइट कम या ज्यादा हो रही हो, तो समझ जाना चाहिए कि बैटरी की सेहत ठीक नहीं है.
इसके अलावा अगर बैटरी के टर्मिनल के आस-पास सफेद निशान देखने को मिले, तो यह बैटरी के खराब होने के संकेत हैं.
कार की बैटरी के डिस्चार्ज होने या डेड होने का सबसे बड़ा और पहला कारण कार की लाइट को ऑन छोड़ना है. कई बार कार को पार्क करते समय गलती से उसकी लाइट ऑन रह जाती है और लोगों का उस पर ध्यान नहीं जाता है.