इनदिनों देशभर में वाहन चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं. साल 2022 के मुकाबले 2023 में भारत में वाहन चोरी के मामले ढ़ाई गुना बढ़ गए हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि देश की राजधानी दिल्ली में हर 14 मिनट में एक गाड़ी चोरी हो जाती है. ये बातें एको डिजिटल इंश्योरेंस की ‘थेफ्ट एंड द सिटी 2024’ रिपोर्ट में सामने आई हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक देश के विभिन्न शहरों के मुकाबले नई दिल्ली में सबसे ज्यादा चोरी के मामले देखने को मिल रहे हैं. बीते साल यहां हर दिन वाहन चोरी के लगभग 105 मामले दर्ज किए गए. साल 2023 में देश में पैसेंजर व्हीकल की चोरी में से 80 प्रतिशत नई दिल्ली में हुईं, हालांकि वाहन चोरी में राजधानी शहर की कुल हिस्सेदारी 2022 में 56 प्रतिशत से घटकर 2023 में 37 प्रतिशत हुई है.
दिल्ली के अलावा अन्य प्रमुख शहरों में भी गाडि़यों की चोरी बढ़ी है. चेन्नई में वाहन चोरी की हिस्सेदारी 2022 में 5 प्रतिशत से दोगुनी होकर बीते साल 10.5 प्रतिशत हो गई है. वहीं बेंगलुरु में वाहन चोरी के मामले 9 प्रतिशत से बढ़कर 10.2 प्रतिशत हो गए.
इन कंपनियों की गाडि़यों पर लगाते हैं ज्यादा दांव
‘थेफ्ट एंड द सिटी 2024’ रिपोर्ट के मुताबिक चोरी हुई सभी कारों में से 47 फीसदी मारुति सुजुकी की हैं, इन गाडि़यों की सबसे ज्यादा मांग होती है. रिपोर्ट में पता चला कि दिल्ली एनसीआर में मारुति वैगनआर और मारुति स्विफ्ट सबसे ज्यादा चोरी होने वाली कारें हैं, इसके बाद हुंडई क्रेटा, हुंडई ग्रैंड आई10 और मारुति स्विफ्ट डिजायर हैं.
कैसे चुराते हैं गाडि़यां?
नए जमाने की कारों में बिना चाबी वाली एंट्री जैसी बेहतर सुरक्षा सुविधाएं मौजूद हैं. इनमें विंडशील्ड में लगे बारकोड से काम होता है. ऐसी गाडि़यों को चुराने के लिए चोर बारकोड को स्कैन करते हैं और कारों को अनलॉक करने और यहां तक कि रिमोट एक्सेस हासिल करने के लिए कोड को ऑफशोर साझा करते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में कारों की तुलना में बाइक की चोरियां ज्यादा रही. हीरो स्प्लेंडर, होंडा एक्टिवा, रॉयल एनफील्ड क्लासिक 350, होंडा डियो और हीरो पैशन भारत में सबसे ज्यादा चोरी होने वाली बाइकें थीं.