6 साल की ऊंचाई पर चीनी का भाव, सूखे का दिखने लगा असर

सरकार ने फिलहाल चीनी के निर्यात पर रोक लगाई हुई है.

6 साल की ऊंचाई पर चीनी का भाव, सूखे का दिखने लगा असर

फोटो साभार: TV9 भारतवर्ष

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प्रमुख गन्ना उत्पादक राज्यों में बरसात की कमी की वजह से गन्ने की फसल पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है और इस वजह से चीनी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है. थोक बाजार में चीनी का भाव करीब 6 साल की ऊंचाई पर पहुंच गया है. उपभोक्ता विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बुधवार को देशभर में चीनी का औसत थोक भाव 4026 रुपए प्रति क्विंटल रहा जो 2017 के बाद सबसे ज्यादा भाव है. थोक बाजार में भाव बढ़ने की वजह से रिटेल मार्केट में भी चीनी की कीमतें बढ़ रही हैं, दिल्ली में औसत रिटेल भाव 42 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है.

इस साल देश में गन्ने की खेती तो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है लेकिन अगस्त के दौरान महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में बरसात की कमी की वजह से गन्ने की फसल को नुकसान की आशंका है जिस वजह से चीनी का उत्पादन घट सकता है. इसी आशंका से चीनी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है, संभावना यह भी जताई जा रही है कि सरकार चीनी की कीमतों को काबू में करने के लिए इसपर स्टॉक लिमिट लगा सकती है.

चीनी उद्योग के संगठन इस्मा ने भी इस साल देश में चीनी उत्पादन 12 लाख टन घटने का अनुमान लगाया है, इस्मा का मानना है कि अक्टूबर से शुरू हो रहे नए चीनी वर्ष 2023-24 के दौरान देश में 316 लाख टन चीनी का उत्पादन होगा जबकि पिछले साल 328 लाख टन उत्पादन हुआ था. हालांकि इस्मा का यह अनुमान अगस्त से पहले का है और आशंका है कि आगे आने वाले उत्पादन अनुमान में इस्मा की तरफ से और कटौती हो सकती है.

सरकार ने फिलहाल चीनी के निर्यात पर रोक लगाई हुई है, चालू चीनी वर्ष 2022-23 के दौरान देश से 61 लाख टन चीनी का निर्यात हो पाया है, अतीरिक्त निर्यात को अनुमति नहीं है. संभावना जताई जा रही है कि चीनी के बढ़ते हुए भाव को देखते हुए सरकार निर्यात को खोलने की जल्दबाजी नहीं करेगी.

Published - September 6, 2023, 08:06 IST