गांव में बढ़ी स्‍मार्टफोन रखने वालों की तादाद, 13 फीसद हुआ इजाफा

शहरी भारत में 44 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बीच स्मार्टफोन रखने वालों की संख्‍या घटकर 14 फीसद हो गई है

गांव में बढ़ी स्‍मार्टफोन रखने वालों की तादाद, 13 फीसद हुआ इजाफा

वैसे तो स्‍मार्टफोन आज हर किसी की एक जरूरत बन गया है, लेकिन शहरी इलाकों में रहने वाले इसका इस्‍तेमाल ज्‍यादा करते हैं. मगर वैश्विक अनुसंधान फर्म कांतार के डेटा में एक चौंकाने वाली बात सामने आई है. दरअसल 2023 में ग्रामीण क्षेत्रों में स्‍मार्टफोन रखने वालों की संख्‍या में 13 फीसद बढ़ोतरी हुई है, जबकि शहरी भारत में 44 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बीच स्मार्टफोन रखने वालों की संख्‍या घटकर 14 फीसद हो गई है. जानकारों का मानना है कि बढ़ती ग्रामीण आय, किफायती स्मार्टफोन की उपलब्धता और कम लागत वाले डेटा की वजह से गांव में स्‍मार्टफोन यूजर्स की संख्‍या में इजाफा हुआ है.

कांतार की रिपोर्ट के अनुसार 2019 में शहर में करीब 19 फीसद लोगों के पास स्‍मार्टफोन थे, लेकिन बीते साल इसमें गिरावट देखने को मिली. वहीं ग्रामीण हिस्‍सों में यह आंकड़ा 9 प्रतिशत था, जिसमें 2023 में 14 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. इसी अवधि के दौरान एक साल पुराने मोबाइल उपयोगकर्ता 29% (2019) से बढ़कर 32% (2023) हो गए. इसके अलावा फीचर-फोन श्रेणी में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है.

महिला यूजर्स की बढ़ी तादाद

कांतार-टीजीआई (लक्ष्य समूह सूचकांक) अध्ययन के निष्कर्षों के अनुसार, स्मार्टफोन रखने वालों में महिला-पुरुष के बीच मौजूद पिछले पांच वर्षों का अंतर कम हो गया है. भले ही अभी भी पुरुष यूजर्स की संख्‍या ज्‍यादा हो, लेकिन महिला उपयोगकर्ताओं के बीच स्मार्टफोन अपनाने के स्तर में तेज वृद्धि देखी गई है. ये टेक्‍नोलॉजी की पहुंच में अंतर को कम करने का संकेत देता है. 2018 और 2023 के बीच, महिला उपयोगकर्ताओं के बीच स्मार्टफोन स्वामित्व 32 प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 79% हो गया. वहीं पुरुष उपयोगकर्ताओं के बीच स्मार्टफोन रखने वालों की संख्‍या 29 प्रतिशत अंक बढ़कर 86% हो गया.

स्‍मार्टफोन का बढ़ा बेस

वैश्विक ब्रोकरेज सीएलएसए का अनुमान है कि भारत में स्मार्टफोन का स्थापित बेस (सेकंड-हैंड और रीफर्बिश्ड डिवाइस को छोड़कर) मार्च 2024 तक बढ़कर 600 मिलियन होने का अनुमान है. वहीं मार्च 2025 तक इसके 695 मिलियन होने का अंदाजा लगाया जा रहा है. मार्च 2026 तक ये आंकड़ा 805 मिलियन तक पहुंच जाएगा. काउंटरप्वाइंट रिसर्च ने हाल ही में भारत में स्मार्टफोन (सेकंड-हैंड और रीफर्बिश्ड डिवाइस सहित) के मौजूदा स्थापित बेस को लगभग 680 मिलियन आंका है, जिसमें 4जी स्मार्टफोन का हिस्सा 80% से ज्‍यादा है.

Published - March 1, 2024, 02:18 IST