मानसून की गति बढ़ने के बावजूद पिछड़ गया धान का रकबा

बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा है बारिश की कमी

मानसून की गति बढ़ने के बावजूद पिछड़ गया धान का रकबा

pic: tv9 bharatvarsh

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मानसून की बारिश ने लगभग पूरे देश को कवर कर लिया है. हालांकि राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में अभी मानसून की बारिश नहीं हुई है. मौसम विभाग का कहना है कि इन इलाकों में अगले दो दिन में मानसून पहुंच सकता है. बीते एक हफ्ते के दौरान मानसून तेज गति से आगे बढ़ा है और देश के अधिकतर हिस्से को कवर किया है जिस वजह से अब तक बीते मानसून सीजन में बरसात की कमी 13 फीसद ही बची है. हालांकि कई राज्य ऐसे हैं जहां पर कमी ज्यादा है. बिहार में अभी भी 69 फीसद कम बरसात हुई है. वहीं उत्तर प्रदेश में बरसात की कमी 30 फीसद है और झारखंड में 47 फीसद कम बरसात हुई है.

मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिन मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अनुमान है. वहीं 30 जून को पश्चिम राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश हो सकती है. वहीं 30 जून और 1 जुलाई को पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश होने का अनुमान लगाया गया है.

प्रमुख खरीफ फसलों का रकबा पिछड़ा
मानसून की देरी की वजह से खरीफ सीजन की प्रमुख फसलों का रकबा पिछले साल के मुकाबले पिछड़ा हुआ है. कृषि मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 30 जून तक देशभर में धान और कपास की खेती पिछले साल के मुकाबले पिछड़ी हुई है. वहीं दलहन के रकबे में भी मामूली कमी देखने को मिल रही है. हालांकि मोटे अनाज, तिलहन और गन्ने की खेती पिछले साल के मुकाबले आगे पहुंच गई है. इस बीच जानकारों ने धान के रकबे में आई कमी को लेकर चिंता जताई है. 30 जून तक देशभर में धान का रकबा पिछले साल के मुकाबले करीब 10 लाख हेक्टेयर पिछड़ा हुआ दर्ज किया गया है. 30 जून तक देशभर में 26.56 लाख हेक्टेयर में धान की बुआई हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस अवधि में यह आंकड़ा 36.05 लाख हेक्टेयर था. उधर, केंद्र सरकार ने इस साल गन्ने के समर्थन मूल्य में 10 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी कर दी है. फसल वर्ष 2023-24 के लिए समर्थन मूल्य को बढ़ाकर 315 रुपए प्रति क्विंटल घोषित किया है.

Published - June 30, 2023, 06:26 IST