मानसून की बरसात ने समय से पहले इस साल पूरे देश को कवर कर लिया है. रविवार को पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के उन हिस्सों में भी मानसून की बरसात दर्ज की गई, जहां पर सीजन के दौरान अभी तक मानसून नहीं पहुंचा था. इस साल मानसून सीजन की शुरुआत 8 दिन की देरी से हुई थी, लेकिन मानसून ने पूरे देश को समय से 6 दिन पहले कवर कर लिया है. सामान्य तौर पर 1 जून को मानसून केरल पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर करता है, लेकिन इस साल 8 जून को मानसून केरल पहुंचा था और 2 जुलाई को मानसून ने पूरे देश को कवर कर लिया.
देशभर में 8% कम बरसात
मौसम विभाग के मुताबिक देशभर में मानसून की बारिश ने कवर कर लिया है, लेकिन अभी भी पूरे देश में 8 फीसद कम बारिश हुई है. देश के प्रमुख राज्य बिहार में अभी भी मानसूनी बारिश 25 फीसद कम दर्ज की गई है, जबकि झारखंड में मानसूनी बारिश में कमी का आंकड़ा 39 फीसद है. तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में मानसून की बरसात क्रमश: 51 फीसद और 34 फीसद कम दर्ज की गई है. प्रमुख धान उत्पादक राज्यों में अभी भी पर्याप्त बारिश का अभाव है. हालांकि मौसम विभाग ने जुलाई के दौरान उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों को छोड़कर देशभर में मानसून की बरसात सामान्य रहने की संभावना जताई है.
मौसम विभाग के मुताबिक जून के महीने में कम से कम 16 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में मानसून की बरसात में कमी देखने को मिली थी. बिहार और केरल में क्रमश: 69 फीसद और 60 फीसद की भारी गिरावट दर्ज की गई थी. दक्षिण पश्चिम मानसून सीजन के पहले महीने जून के दौरान प्रमुख राज्यों उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, झारखंड, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई थी.