देशभर में बुआई पिछड़ने की वजह से मक्का की कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है. कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से पोल्ट्री इंडस्ट्री को लागत में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ रहा है. बता दें कि कर्नाटक और महाराष्ट्र में मानसून की बरसात कम होने की वजह से मक्का की बुआई पिछड़ गई है, जिसका असर कीमतों पर दिखाई पड़ रहा है. बीते एक महीने में महाराष्ट्र में मक्का का भाव 23 फीसद से ज्यादा बढ़ गया है, जबकि कर्नाटक में भाव में करीब 10 फीसद की बढ़ोतरी देखने को मिली है. जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में भी मक्के की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रह सकती है.
कितना बढ़ा भाव?
एग्मार्कनेट के मुताबिक महाराष्ट्र में जुलाई में मक्के का औसत भाव 2,263 रुपए प्रति क्विंटल है, जो कि जून की तुलना में 23.26 फीसद ज्यादा है. जून में महाराष्ट्र में मक्के का औसत भाव 1,836 रुपए प्रति क्विंटल था. वहीं कर्नाटक में मक्के का औसत भाव मासिक आधार पर 9.83 फीसद बढ़कर 2,178 रुपए प्रति क्विंटल है. जून में कर्नाटक में मक्का 1,983 रुपए प्रति क्विंटल के औसत भाव पर बिक रहा था. हालांकि पिछले साल जुलाई की तुलना में महाराष्ट्र और कर्नाटक में मक्के का भाव अभी भी कम है. जुलाई 2023 में महाराष्ट्र और कर्नाटक में मक्के का भाव क्रमश: 2,408 रुपए और 2,241 रुपए दर्ज किया गया था.
पोल्ट्री इंडस्ट्री को मक्का की कीमतों में बढ़ोतरी, चिकन की कीमतों में गिरावट और खपत में कमी के साथ लागत पर दबाव का सामना करना पड़ रहा है. कर्नाटक पोल्ट्री फार्मर ब्रीडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुशांत राय का कहना है कि हाल फिलहाल मक्के की कीमतों में 20 फीसद से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है जिसका सीधा असर पोल्ट्री किसानों की लागत पर पड़ेगा.
मक्का की बुआई 4 फीसद पिछड़ी
कृषि मंत्रालय के चालू खरीफ सीजन में अभी तक 45.16 लाख हेक्टेयर में मक्का की बुआई दर्ज की गई है, जो कि पिछले साल की तुलना में करीब 4 फीसद कम है. पिछले साल इस अवधि में 47.06 लाख हेक्टेयर में मक्के की खेती की गई थी. मौसम विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र और कर्नाटक में क्रमश: 17 फीसद और 26 फीसद कम बरसात दर्ज की गई है.
एक्सपोर्ट में मामूली गिरावट
एपीडा के आंकड़ों के मुताबिक मक्के के एक्सपोर्ट में मामूली कमी देखने को मिली है. 2022-23 में 34.54 लाख टन मक्के का एक्सपोर्ट दर्ज किया गया था, जबकि 2021-22 में 36.90 लाख टन मक्का एक्सपोर्ट हुआ था.
पिछले साल थी ज्यादा उपज
कृषि मंत्रालय के तीसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के मुताबिक 2022-23 में देशभर में रिकॉर्ड 359.13 लाख टन मक्का उत्पादन हो सकता है, जो कि 2021-22 की तुलना में 21.83 लाख टन ज्यादा है. 2021-22 में मक्के का उत्पादन 337.30 लाख टन दर्ज किया गया था. दूसरे अग्रिम अनुमान में देश में 346.13 लाख टन मक्का उत्पादन का अनुमान जारी किया गया था.