खरीफ की खेती तो बढ़ गई पर क्या उपज बढ़ेगी?

मानसून की बारिश कमजोर रहने से फसल की यील्ड में कमी की आशंका.

खरीफ की खेती तो बढ़ गई पर क्या उपज बढ़ेगी?

अगस्त के दौरान मानसून की बरसात में कमी की वजह से देश में खरीफ फसल की बुआई प्रभावित हुई है. तुअर, उड़द, मूंग, ज्वार, मूंगफली और सूरजमुखी की खेती सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है, जबकि धान, मक्का, कैस्टर, सोयाबीन की बुआई में फिलहाल हल्की बढ़त है. हालांकि जिन फसलों की बुआई में बढ़ोतरी हुई है, बारिश कमजोर रहने से उनकी यील्ड में कमी की आशंका है जिससे उत्पादन घट सकता है. कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 1 सितंबर तक खरीफ दलहन की बुआई करीब 8.5 फीसद की गिरावट के साथ 119.09 लाख हेक्टेयर में दर्ज की गई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 130.13 लाख हेक्टेयर था. वहीं धान की बुआई करीब 4 फीसद बढ़कर 398.08 लाख हेक्टेयर दर्ज की गई है, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में धान की खेती 383.79 लाख हेक्टेयर में हुई थी. कुल खरीफ फसल की बुआई की बात करें तो यह पिछले साल की तुलना में रकबा करीब 1 फीसद बढ़ गया है.

उड़द का रकबा 13.56 फीसद पिछड़ा
आंकड़ों के मुताबिक 1 सितंबर तक देशभर में तुअर का रकबा करीब 6 फीसद पिछड़ गया है. इस अवधि में तुअर की खेती 42.66 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस दौरान 45.27 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी. उड़द और मूंग का रकबा भी क्रमश: 13.56 फीसद और 7.72 फीसद पीछे है. 1 सितंबर तक उड़द और मूंग की खेती क्रमश: 31.68 लाख हेक्टेयर और 30.98 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है. सोयाबीन का रकबा पिछले साल के आस-पास दर्ज किया गया है. सोयाबीन की बुआई अभी तक 125.13 लाख हेक्टेयर में हुई है, जबकि पिछले साल इस अवधि में रकबा 123.91 लाख हेक्टेयर था. वहीं कपास की बुआई में करीब 2 फीसद की गिरावट देखी जा रही है. कपास का रकबा अभी तक 122.99 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया है, जबकि पिछले साल इस दौरान 125.64 लाख हेक्टेयर में खेती हुई थी.

अगस्त में 36 फीसद कम हुई बरसात
अगस्त के दौरान देशभर में बरसात की भारी कमी की वजह से मानसून की बरसात का संतुलन पूरी तरह बिगड़ गया है. अगस्त के दौरान देश में सामान्य के मुकाबले 36 फीसद कम बरसात हुई है. सबसे ज्यादा कमी दक्षिण और मध्य भारत में दर्ज की गई है. दक्षिण भारत में अगस्त के दौरान सामान्य के मुकाबले 60 फीसद कम और मध्य भारत में 47 फीसद कम बरसात हुई है. इस वजह से पूरे मानसून सीजन के लिए बरसात की कमी बढ़कर 10 फीसद तक पहुंच गई है. इस बीच मौसम विभाग के अनुमान में कहा गया है कि सितंबर के दौरान भी देश के अधिकतर हिस्सों में सामान्य के मुकाबले कम बरसात होने की आशंका है.

Published - September 1, 2023, 07:50 IST