अमेरिकी निवेश बैंक गोल्डमैन सैश (Goldman Sachs) ने बेंचमार्क निफ्टी 50 के लिए 2024 के लक्ष्य को 21,800 से बढ़ाकर 23,500 कर दिया है. संशोधित टारगेट मौजूदा स्तरों से सूचकांक के लिए 8% से अधिक की वृद्धि की संभावना दर्शाता है. अमेरिकी बैंक ने ये निर्णय ग्लोबल ग्रोथ और ब्याज दरों के लिए सही महौल को देखते हुए लिया. इससे पहले गोल्डमैन ने ग्लोबल ग्रोथ में कमी, धीमी चाइनीज ग्रोथ, महंगी ब्याज दरें और राजनीतिक स्तर पर अनिश्चितता के महौल को देखते हुए लक्ष्य कम रखा था.
पिछले दो महीनों में, वैश्विक व्यापक आर्थिक माहौल में एक अनुकूल बदलाव देखा गया है, जिसमें अमेरिका में अपेक्षाकृत मजबूत वृद्धि की उम्मीद है. साथ ही अमेरिका और एशियाई महाद्वीपों दोनों में ब्याज दरों में उम्मीद से पहले कटौती की उम्मीद है. गोल्डमैन की रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ऐलान के बाद से महौल में बदलाव आया है. 2024 में कटौती की शुरुआत मार्च में हो सकती है और ये कई चरणों में होने की संभावना है. जबकि इससे पहले महज एक ही बार कटौती का अनुमान था.
सभी क्षेत्रों में विकास की संभावना
निवेश बैंक के अनुसार, अनुकूल व्यापक आर्थिक कारकों और लचीली आय वृद्धि से इस साल बाजार में रिटर्न बढ़ेगा. गोल्डमैन के अनुसार भारत में आर्थिक विकास अभी भी लचीला है, भारत में मजबूत कॉर्पोरेट लाभ वृद्धि की उम्मीद की जा रही है. 2023 में 20% आय वृद्धि के बाद, बैंक को उम्मीद है कि MSCI इंडिया का मुनाफा 2024 में 15% और 2025 में 14% बढ़ेगा, साथ ही सभी क्षेत्रों में विकास व्यापक होने की संभावना है. गोल्डमैन को कमाई में भी बदलाव की उम्मीद है, जो मुख्य रूप से आने वाले वर्षों में सूचकांक रिटर्न को बढ़ाएगा.
विदेशी कैपिटल फ्लो में हुआ इजाफा
2023 में भारतीय इक्विटी में समग्र विदेशी कैपिटल फ्लो में पिछले दो महीनों में काफी वृद्धि हुई है और उम्मीद है कि सहायक वैश्विक जोखिम क्षमता और मजबूत घरेलू बुनियादी सिद्धांतों के चलते ये फ्लो जारी रह सकता है. इसके अलावा एसआईपी के जरिए घरेलू रिटेल फ्लो बना रह सकता है.