देश भर में इन दिनों कुरियर के बहाने से ऐसे कॉल्स आ रहे हैं. इनमें कभी जाली पासपोर्ट, तो कभी ड्रग्स का हवाला देकर डराया जाता है ताकि सामने वाला घबराकर पीछा छुड़ाने के लिए पेमेंट देक मामला रफा-दफा कर दे. ये है कूरियर फ्रॉड.
मंबई में ऐसे ही संदिग्ध कूरियर के नाम पर एक महिला के साथ करीब 2 लाख रुपए की ठगी हुई. तरीका वही एयरपोर्ट पर आपका कूरियर आया है. महिला के ना-नुकुर करने पर ठगों ने पुलिस बनकर बात की और कहा कि मामला नारकोटिक्स का है, इसलिए कॉल नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों को ट्रांसफर किया जा रहा है. ऐसे करते करते महिला इतना घबरा गई कि जिस पेमेंट की डिमांड रखी उसने वह पूरी कर दी.
क्या है ठगी का तरीका?
इस तरह की ठगी में वीडियो कॉल का भी इस्तेमाल हो रहा है. रिटेल ब्रोकरेज फर्म Zerodha के को-फाउंडर नितिन कामत ने ऐसे मामले का जिक्र अपने ट्वीट में किया है. उन्होंने बताया कि उनके सहयोगी को पहले कूरियर के बारे में बताया गया फिर पुलिसकर्मी होने का दावा करने वाले ने वीडियो कॉल किया और फर्जी ऑफिशियल लेटर दिखाया. इन लोगों के पास आधार नंबर तक की जानकारी थी.
ऐसी ठगी से कैसे बचे?
इस तरह की कॉल किसी को भी आ सकता है. इससे बचना तो मुश्किल है इसीलिए समझिए कि इसका सामना कैसे करें? कूरियर में ड्रग्स वगैरह मिलने की बात कही जाती है तो बस इतना कहें कि आपका वकील इस बारे में बात करेगा. ज्यादातर फ्रॉड करने वाले ऐसे लोगों को शिकार बनाते हैं जो जल्दी घबरा जाते हैं. वकील वाली बात सुनकर ठग घबरा जाएगा कि आपको कानून की समझ है वो कतरा कर फोन काट सकता है या बहस भी कर सकता है. आप उनसे लिखित में कूरियर डीटेल्स मांगिए और कूरियर कंपनी का नंबर ढूंढकर कंपनी से सीधा संपर्क करें. कभी भी आधार, बैंक अकाउंट जैसे पर्सनल डिटेल्स किसी से भी शेयर न करें. सबसे जरूरी बात यह है कि इस तरह के मामलों की शिकायत साइबर क्राइम के टोल फ्री नंबर 1930 पर करें या cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन कंप्लेन फाइल करें. इसके साथ नजदीकी पुलिस थाने जाकर भी शिकायत कर सकते हैं.