देश में कपास का उत्पादन घटने की वजह से इस साल भारत कपास का नेट आयातक देश बन सकता है. कपास उद्योग के संगठन कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के मुताबिक अक्टूबर से शुरू हुए फसल वर्ष 2023-24 के दौरान देश में 22 लाख गांठ कपास आयात का अनुमान है, जबकि निर्यात घटकर 14 लाख टन रह सकता है यानी निर्यात के मुकाबले आयात ज्यादा होगा.
कॉटन एसोसिएशन के मुताबिक इस साल देश में कपास के उत्पादन में करीब 24 लाख गांठ की कमी आ सकती है और कुल उत्पादन 295 लाख गांठ (1 गांठ=170 किलोग्राम) होने का अनुमान है. फसल वर्ष 2022-23 में देश में करीब 319 लाख गांठ कपास उत्पादन दर्ज किया गया था.
पिछले साल से निर्यात घटने का अनुमान
कॉटन एसोसिएशन के मुताबिक फसल वर्ष 2023-24 के दौरान कॉटन की कुल मांग 311 लाख गांठ रहने का अनुमान है, जबकि कुल सप्लाई 346 लाख गांठ रहने की संभावना है. फसल वर्ष 2023-24 में देश में 22 लाख गांठ कपास आयात का अनुमान है, जबकि फसल वर्ष 2022-23 में यह आंकड़ा 12.50 लाख गांठ का था, जो कि दोगुने से थोड़ा कम है. चालू फसल वर्ष में कपास का निर्यात 14 लाख गांठ होने का अनुमान लगाया गया है, जबकि फसल वर्ष 2022-23 में कपास का निर्यात 15.50 लाख गांठ दर्ज किया गया था. एसोसिएशन के मुताबिक फसल वर्ष 2023-24 में कपास का क्लोजिंग स्टॉक 21 लाख गांठ रहने का अनुमान है, जबकि फसल वर्ष 2022-23 में कपास का क्लोजिंग स्टॉक 28.90 लाख गांठ दर्ज किया गया था.