उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना से पिछले साल की तुलना में 2024 में चीनी का दाम कम रहने का अनुमान है. मासिक आधार पर चीनी की कीमतों में 2 फीसद का इजाफा दर्ज किया गया है लेकिन उत्पादन में बढ़ोतरी के अनुमान से कीमतों पर अभी दबाव देखने को मिल रहा है. मौजूदा समय में चीनी का भाव 3 हफ्ते के निचले स्तर पर है. दुनिया के शीर्ष चीनी निर्यातक ब्राजील से सप्लाई में बढ़ोतरी की उम्मीद में कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है.
ब्राजील से सप्लाई बढ़ने की वजह से एशिया खासकर भारत और थाइलैंड में चीनी की कमी की भरपाई होने की उम्मीद है. मौजूदा समय में इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज न्यूयॉर्क में कच्ची चीनी का मार्च वायदा का भाव 22.86 सेंट प्रति पाउंड पर कारोबार कर रहा है, जबकि लंदन में सफेद चीनी के मार्च वायदा भाव 652.50 डॉलर प्रति टन पर है. ब्राजील की सरकारी एजेंसी COAB ने देश में गन्ने का उत्पादन 678 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया है, जो कि सालाना आधार पर 11 फीसद ज्यादा है.
हालांकि सीओएबी के ज्यादा उत्पादन अनुमान के बीच डच बहुराष्ट्रीय बैंकिंग और वित्तीय सेवा समूह रबोबैंक ने कहा है कि ब्राजील के गन्ने के बुआई के इलाकों में बारिश को लेकर अभी भी चिंताएं हैं. ब्राजील में गन्ने के इलाकों में जनवरी के दौरान बारिश सामान्य से 45 फीसदी कम दर्ज की गई थी. दिसंबर में बारिश सामान्य से 48 फीसद और नवंबर में सामान्य से 23 फीसद कम बारिश हुई थी. दूसरी ओर विश्व बैंक ने अपने कमोडिटी आउटलुक में कहा है कि ब्राजील में गन्ने की पैदावार ज्यादा होने की वजह से चीनी का भाव 2023 के उच्चतम स्तर से घट सकता है.
फिच सॉल्यूशंस की रिसर्च एजेंसी बीएमआई के मुताबिक 2024 में आईसीई पर चीनी का भाव 23.5 सेंट प्रति पाउंड के लिए अपने पूर्वानुमान बनाए हुए हैं. हालांकि यह 2023 के 24.1 सेंट के औसत से थोड़ा कम है. बीएमआई का कहना है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में सूखे की स्थिति ने प्रमुख बाजारों में चीनी उत्पादन को प्रभावित किया है. खासकर भारत में जहां चीनी मिलों के उत्पादन में 7 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है.