सरकार की तरफ से खरीफ फसलों के लिए पहला उत्पादन अनुमान भले ही जारी नहीं हुआ हो लेकिन सरकारी एजेंसियों ने किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीफ फसलों की खरीद शुरू कर दी है. केंद्रीय खाद्य मंत्रालय की तरफ से गुरुवार को बताया गया है कि सरकारी एजेंसियों ने 3 अक्टूबर तक किसानों से 12.21 लाख टन धान की खरीद कर ली है. यह खरीद पंजाब, हरियाणा और तमिलनाडू के 99675 किसानों से हुई है और इसपर सरकार का 2690 करोड़ रुपए खर्च आया है.
सरकार ने यह खरीद समर्थन मूल्य पर की है. इस साल सरकार ने सामान्य धान के लिए 2183 रुपए और ए ग्रेड धान के लिए 2203 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य घोषित किया हुआ है. संभावना है कि आगे चलकर मंडियों में खरीफ के धान की आवक बढ़ने के साथ इसकी सरकारी खरीद में भी बढ़ोतरी होगी. कृषि मंत्रालय ने खरीफ मार्केटिंग वर्ष 2023-24 के दौरान किसानों से में 521.27 लाख टन चावल की खरीद का लक्ष्य रखा है, जबकि एक साल पहले के समान सीजन में वास्तविक खरीद 496 लाख टन रही थी.
इस साल देश में धान की खेती पिछले साल के मुकाबले बढ़ी है. कृषि मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 29 सितंबर तक देशभर में करीब 412 लाख हेक्टेयर में धान की खेती हुई है जबकि पिछले साल इस दौरान 404 लाख हेक्टेयर में फसल लगी थी. धान की खेती बढ़ने की वजह से इस साल इसकी उपज बढ़ने की संभावना भी जताई जा रही है. हालांकि अगस्त के दौरान कई प्रमुख धान उत्पादक राज्यों में बरसात की कमी की वजह से पैदावार पर असर भी पड़ सकता है.