देश में दूध उत्पादन की ग्रोथ 4 फीसद के नीचे लुढ़क गई है. सरकार ने संसद में यह जानकारी दी है. संसद में पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री परशोत्तम रूपाला ने बताया है कि देश में दूध उत्पादन की सालाना वृद्धि दर साल 2022-23 में घटकर 3.84 फीसद रह गई है, जबकि साल 2021-22 में दूध उत्पादन की ग्रोथ 5.77 फीसद थी. उन्होंने बताया कि लम्पी त्वचा रोग (एलएसडी) जैसे रोग की वजह से साल 2022-23 में दूध उत्पादन की ग्रोथ में कमी आई है.
दूध उत्पादन की ग्रोथ धीमी होने के बावजूद संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत दुनिया में दूध के सबसे बड़े उत्पादक देश की अपनी स्थिति बनाए हुए है. साल 2022-23 में देश में 230.6 मिलियन टन दूध का उत्पादन हुआ है. साल 2021-22 और साल 2020-21 में देश में दूध का उत्पादन क्रमश: 222.1 मिलियन टन और 210.0 मिलियन टन दर्ज किया गया था. रूपाना ने बताया कि देश में दूध उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
साल 2022-23 में देश में दूध का सबसे ज्यादा उत्पादन उत्तर प्रदेश में हुआ है. आंकड़ों के मुताबिक साल 2022-23 में उत्तर प्रदेश में 3.62 करोड़ टन दूध का उत्पादन दर्ज किया गया है, जबकि साल 2021-22 में 3.38 करोड़ टन दूध का उत्पादन हुआ था. उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान में सबसे ज्यादा दूध का उत्पादन दर्ज किया गया है. साल 2022-23 में राजस्थान में 3.33 करोड़ टन दूध का उत्पादन हुआ है, जबकि साल 2021-22 में यह आंकड़ा 3.32 करोड़ टन का था.