देश में बागवानी फसलों के उत्पादन में 2 फीसद से ज्यादा की बढ़ोतरी का अनुमान है. कृषि मंत्रालय द्वारा जारी तीसरे उत्पादन अनुमान के मुताबिक फसल वर्ष 2022-23 के जुलाई-जून में बागवानी फसलों का कुल उत्पादन 2.32 प्रतिशत (80.7 लाख टन) बढ़कर 35 करोड़ 52.5 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल 34 करोड़ 71.8 लाख टन का उत्पादन हुआ था. कुल बागवानी उत्पादन में से फलों का उत्पादन पिछले वर्ष के 10 करोड़ 75.1 लाख टन से बढ़कर 2022-23 में 10 करोड़ 95.3 लाख टन हो गया. सब्जी उत्पादन भी उक्त अवधि में 20 करोड़ 91.4 लाख टन से बढ़कर वर्ष 2022-23 में 21 करोड़ 38.8 लाख टन हो गया.
फसल वर्ष 2022-23 में आलू का उत्पादन पिछले वर्ष के पांच करोड़ 61.8 लाख टन की तुलना में बढ़कर 6 करोड़ 2.2 लाख टन होने का अनुमान है. टमाटर का उत्पादन पिछले वर्ष के दो करोड़ 6.9 लाख टन की तुलना में मामूली घटकर दो करोड़ 3.7 लाख टन रहने का अनुमान है. फसल वर्ष 2022-23 के लिए 35 करोड़ 19.2 लाख टन के दूसरे अनुमान से समग्र बागवानी उत्पादन में थोड़ा बढ़ोतरी की गई है. मंत्रालय के आंकड़ों से पता चलता है कि फसल वर्ष 2022-23 में बागवानी फसलों का रकबा मामूली बढ़कर दो करोड़ 83.4 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले वर्ष दो करोड़ 80.4 लाख टन था.
देश में फसल वर्ष 2022-23 में 35 करोड़ 53.5 लाख टन बागवानी फसलों की कटाई होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के उत्पादन की तुलना में लगभग 80.7 लाख टन अधिक है. कृषि मंत्रालय 2022-23 बागवानी फसलों की कटाई के बाद तीसरा उत्पादन अनुमान सामने लेकर आया है. कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से जुड़ी चुनौतियों के बावजूद किसानों और कृषि वैज्ञानिकों के प्रयासों की बदौलत बागवानी उत्पादन में वृद्धि हुई है.