सरकार को मौजूदा रबी फसल का उत्पादन ज्यादा रहने का अनुमान है.खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा के मुताबिक अभी तक मौसम में समय से पहले गर्मी नहीं बढ़ी है और अगर अगले 10-15 दिन तक मौसम ऐसा ही बना रहा तो हम गेहूं की बंपर फसल की उम्मीद कर सकते हैं. सरकार को इस साल गेहूं का उत्पादन तय किए गए लक्ष्य 114 मिलियन टन से ज्यादा होने का अनुमान है, जो कि एक रिकॉर्ड है.
विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र में अगले महीने के मध्य में गेहूं की कटाई शुरू हो जाएगी, जबकि मार्च के अंत में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कटाई शुरू होगी. विशेषज्ञों के मुताबिक अच्छे मौसम और जलवायु के अनुकूल किस्मों की बुआई ज्यादा होने की वजह से इस साल गेहूं का उत्पादन सरकार के द्वारा तय किए गए लक्ष्य 114 मिलियन टन से ज्यादा होने का अनुमान है. 2022-23 में 110.55 मिलियन टन गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन दर्ज किया गया था. विशेषज्ञों के मुताबिक गेहूं की फसल में अभी तक रोग को लेकर कोई रिपोर्ट नहीं है और मौसम फसल के अनुकूल है. गेहूं का रकबा पिछले साल से थोड़ा बढ़ा है और फसल की प्रगति भी बहुत अच्छी है.
कुछ राज्यों में चना और सरसों फसल की कटाई शुरू हो चुकी है. कारोबारियों और अधिकारियों के मुताबिक चालू रबी सीजन में बुआई कम होने की वजह से चने का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य के ऊपर रहने की आशंका है. हालांकि किसानों को चिंता सताए जा रही है कि सस्ते खाद्य तेल आयात की वजह से सरसों का भाव MSP के नीचे लुढ़क सकता है. आंकड़ों के मुताबिक चालू रबी सीजन में 341.57 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई दर्ज की गई थी, जबकि 2022-23 में 339.20 लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती हुई थी. गेहूं के सबसे बड़े उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में गेहूं की बुआई 5 फीसद बढ़कर 102.40 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया है.