सरकार की चावल खरीद करीब 13 फीसद पिछ़ड़ गई है. 1 अक्टूबर को सीजन शुरू होने के बाद से ढाई महीने में भारतीय खाद्य निगम यानी FCI के जरिए सरकार की चावल खरीद 12.7 फीसद घटकर 243.85 लाख टन दर्ज की गई, जबकि 1 साल पहले की समान अवधि में 279.38 लाख टन चावल की सरकारी खरीद हुई थी. हालांकि सरकार को अगले कुछ महीनों में खरीद में हुई कमी की भरपाई का भरोसा है.
ताजा आंकड़ों के मुताबिक पंजाब और हरियाणा में चावल की सरकारी खरीद पूरी हो चुकी है और यह तय किए गए लक्ष्य के आस-पास ही है. एफसीआई ने पंजाब में 124.08 लाख टन चावल की खरीद की है जो कि पिछले साल की तुलना में 2 फीसद ज्यादा है. वहीं हरियाणा में 39.42 लाख टन चावल खरीदा गया है जो कि 2022 के 39.5 लाख टन से थोड़ा कम है. सरकार ने पंजाब में चावल खरीद का लक्ष्य 122 लाख टन और हरियाणा में 40 लाख टन तय किया था.
सरकार ने अक्टूबर-सितंबर (2023-24) सीजन में 52.13 मिलियन टन खरीफ चावल की खरीद का लक्ष्य तय किया है. कृषि मंत्रालय के मुताबिक इस साल खरीफ चावल का उत्पादन 4 फीसद की गिरावट के साथ 106.31 मिलियन टन होने का अनुमान है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में उत्पादन 110.51 मिलियन टन था.