India’s Agri Export: केंद्र सरकार केला, आम, आलू और बेबी कॉर्न सहित 20 कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एक कार्ययोजना तैयार कर रही है. वाणिज्य विभाग में अतिरिक्त सचिव राजेश अग्रवाल ने मंगलवार को कहा है कि इनमें से प्रत्येक उत्पाद के लिए कार्ययोजना अगले 3-4 महीनों में तैयार होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि आगे की कार्रवाई के लिए राज्यों सहित सभी सबंधित पक्षों के साथ कार्ययोजना पर चर्चा की जाएगी. गौरतलब है कि इन कृषि वस्तुओं के निर्यात को बढ़ाने की भारी गुंजाइश है, क्योंकि इनका उच्च गुणवत्ता मानकों के साथ अधिक मात्रा में उत्पादन होता है और ये वैश्विक बाजारों में प्रतिस्पर्धी भी हैं.
वैश्विक निर्यात में भारत की हिस्सेदारी कम
अग्रवाल ने कहा है कि हमने 20 उत्पादों की पहचान की है. उनका कहना है कि इस समय वैश्विक निर्यात में भारत की हिस्सेदारी कम है और हम इन सभी उत्पादों के लिए विस्तृत कार्ययोजना पर काम कर रहे हैं. वैश्विक निर्यात में भारत की हिस्सेदारी करीब 2.5 फीसद है और आने वाले वर्षों में इसे बढ़ाकर करीब 4-5 फीसद करने का लक्ष्य है. बता दें कि इन कृषि के उत्पादों में ताजे अंगूर, अमरूद, अनार, तरबूज, प्याज, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, भिंडी, लहसुन, मूंगफली, मादक पेय, काजू, भैंस का मांस, गुड़, प्राकृतिक शहद और घी शामिल हैं.
साल 2022 में वैश्विक व्यापार में 9.03 अरब डॉलर थी भारत के निर्यात की हिस्सेदारी
आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2022 में इन वस्तुओं का वैश्विक व्यापार 405.24 अरब डॉलर था, जिसमें भारत के निर्यात की हिस्सेदारी 9.03 अरब डॉलर थी. वाणिज्य मंत्रालय की इकाई कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) कार्य योजनाओं पर काम कर रही है.