देशभर में गेहूं की सरकारी खरीद 200 लाख टन के पार पहुंच गई है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 30 अप्रैल तक देशभर में 205.42 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में 222.89 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी. पंजाब में सबसे ज्यादा 95.97 लाख टन गेहूं की खरीद की गई है. एक हफ्ते पहले तक गेहूं की सरकारी खरीद 25 फीसद पीछे थी, लेकिन खरीद की गति बढ़ने से 30 अप्रैल तक यह कम होकर 8 फीसद रह गया है.
केंद्र सरकार ने 2021 में मई में पहले दो दिन में 12 लाख टन से ज्यादा गेहूं की खरीद की थी, जबकि पूरे साल में रिकार्ड 433.44 लाख टन गेहूं की खरीदारी की थी. सरकार ने 2022-23 में 187.92 लाख टन और 2023-24 में 261.97 लाख टन गेहूं की खरीद की थी. हालांकि 2021 में कोविड का माहौल था, उसके बावजूद उत्पादन के मामले में यह एक सामान्य साल था. हालांकि पिछले दो साल असामान्य रहे हैं क्योंकि कृषि मंत्रालय के बंपर गेहूं उत्पादन के बड़े-बड़े दावों के बावजूद सरकार पर्याप्त गेहूं की खरीद नहीं कर सकी.
हालांकि केंद्रीय पूल में पहले से मौजूद गेहूं की वजह से सरकार ने कीमतों पर लगाम लगाने के मकसद से वित्त वर्ष 2023-24 में जून और मार्च के बीच रिकॉर्ड 100 लाख टन गेहूं की बिक्री की थी. पंजाब में गेहूं की खरीद 30 अप्रैल तक 95.97 लाख टन दर्ज की गई थी, जो कि पिछले साल की समान अवधि के 106.54 लाख टन से करीब 10 फीसद कम है. हरियाणा में 30 अप्रैल तक गेहूं की सरकारी खरीद 62.75 लाख टन तक पहुंच गई है, जो कि एक साल पहले की समान अवधि की खरीद 58.27 लाख टन से 8 फीसद ज्यादा है. हरियाणा में सरकार ने गेहूं की सरकारी खरीद का लक्ष्य 80 लाख टन तय किया है.